Landmark Cars IPO: लैंडमार्क कार्स के शेयर से निवेशकों को मिली निराशा, कमजोर लिस्टिंग के बाद 10 फीसदी तक टूटे शेयर
Landmark Cars IPO: लैंडमार्क कार्स के चेयरमैन संजय ठक्कर ने कहा कि आईपीओ से प्राप्त धन का उपयोग कार्यशील पूंजी ऋण का भुगतान करने के लिए किया जाएगा
Landmark Cars IPO: लैंडमार्क कार्स के आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशकों को घाटा उठाना पड़ा है। कंपनी का आईपीओ स्टॉक मार्केट में शुक्रवार को अपने तय मूल्य 506 रुपये से 7 प्रतिशत की छूट पर लिस्ट हुआ है। कंपनी के शेयर एनएसई और बीएसई पर 471 रुपये प्रति शेयर से कारोबार की शुरुआत की। हालांकि लिस्टिंग होने के बाद शेयर गिरावट पर कारोबार कर रह हैं और यह 10 फीसदी तक टूटे हैं।
तीन दिन तक खुला सब्सक्रिप्शन के लिए
इस लिस्टिंग के साथ लैंडमार्क कार्स कंपनी उन शेयरों में शामिल हो गई है, जो इस साल 2022 में स्टॉक मार्केट में कमजोर शुरुआत की। कंपनी का आईपीओ बाजार में निवेशकों के लिए तीन दिन तक खुला रहा। गुरुवार को आईपीओ के सब्सक्रिप्शन का आखिरी दिन था और इस आखिर दिन तक आईपीओ 3.06 गुना सब्सक्राइब हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल या क्यूआईबी के हिस्से को 8.7 गुना सब्सक्राइब किया गया, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के हिस्से को 1.32 गुना सब्सक्राइब किया गया। वहीं, रिटेल हिस्से को सिर्फ 59 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला था। कर्मचारी कोटे को 2.93 गुना सब्सक्राइब किया गया।
इतना था आईपीओ साइज
कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड 481-506 प्रति शेयर तय किया था। शुरुआती शेयर बिक्री के लिए प्रस्ताव पर 80,41,805 शेयरों के मुकाबले 2,46,45,186 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। आईपीओ साइज की बात करें तो यह 552 करोड़ रुपये का था। इस आईपीओ के तहत कंपनी ने 402 करोड़ रुपये शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल यानी ओएफसी के तहत की थी,जबकि बचे शेष राशि के फ्रेश शेयर जारी किये थे। मिली जानकारी के मुताबिक, आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी ऋण के भुगतान और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी।
यह काम करती है कंपनी
आपको बता दें कि लैंडमार्क कार्स भारत में प्रीमियम ऑटोमोटिव डीलरशिप में शुमार हैं। यह मर्सिडीज, होंडा और जीप जैसे ब्रांडों के लिए देश में शीर्ष डीलर है। इन तीन कंपनियों के अलावा लैंडमार्क कार्स के पास रेनो की डीलरशिप भी है, जबकि वाणिज्यिक वाहन में अशोक लीलैंड की डीलरशिप की है।
लिस्टिंग पर चेयरमैन ने कही यह बात
सीएनबीसी-टीवी18 के साथ बातचीत में लैंडमार्क कार्स के चेयरमैन संजय ठक्कर ने कहा कि आईपीओ से प्राप्त धन का उपयोग कार्यशील पूंजी ऋण का भुगतान करने के लिए किया जाएगा, जोकि 300 करोड़ रुपये के करीब है।