IPO: चुनाव खत्म, अब आईपीओ की बारी, हो जाइये तैयार
IPO: एक्सपर्ट्स के अनुसार इक्विटी कैपिटल मार्केट का कारोबार चुनावों के बाद और बढ़ेगा और यह गति 2025 तक भी जारी रहेगी।
IPO: लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब ढेरों आईपीओ आने की बारी है। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार इस साल अब तक भारत में आईपीओ के जरिए लगभग 3.9 बिलियन डॉलर जुटाए गए हैं, जो 2023 की इसी अवधि से दोगुने से भी अधिक है। दक्षिण कोरिया और हांगकांग को मिला कर जितनी रकम आईपीओ के जरिये जुटाई गयी उसे भारत ने पीछे छोड़ दिया।
आंकड़ों से पता चलता है कि 2024 की पहली छमाही में नए और मौजूदा शेयरों की बिक्री ने लगभग 18.64 बिलियन डॉलर जुटाए हैं, जो 2017 के आखिरी छह महीनों में बनाए गए रिकॉर्ड को पार करने के करीब है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सभी सेक्टर्स की कंपनियां आईपीओ के लिए आवेदन कर रही हैं और पहली बार ऐसी मजबूती देखी जा रही है। एक्सपर्ट्स के अनुसार इक्विटी कैपिटल मार्केट का कारोबार चुनावों के बाद और बढ़ेगा और यह गति 2025 तक भी जारी रहेगी। माना जा रहा है कि अगले दो वर्षों में आईपीओ से 20 बिलियन डालर से ज्यादा पैसा एकत्र किया जा सकता है।
किनका है इंतजार
- इस साल कई भारीभरकम आईपीओ आने की संभावना है। इनमें दक्षिण कोरिया की हुंडई मोटर कंपनी की अपनी भारत यूनिट की पहली बार शेयर बिक्री शामिल है। हुंडई इंडिया अपने आईपीओ से लगभग 2.5 बिलियन डॉलर जुटा सकती है। इससे यह भारत में अब तक की सबसे बड़ी लिस्टिंग में से एक बन जाएगी।
- गौतम अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड और बिजली क्षेत्र की अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड को संयुक्त रूप से 3.5 बिलियन डालर जुटाने के लिए बोर्ड की मंजूरी मिल गई है जो शेयर बिक्री के जरिये से किया जा सकता है।
- आने वाले हफ्तों में दिग्गज अनिल अग्रवाल की वेदांता लिमिटेड भी शेयर बिक्री से करीब एक बिलियन डॉलर जुटा सकती है।
- बजाज ग्रुप 2024 की अंतिम तिमाही में अपनी हाउसिंग फाइनेंस यूनिट के आईपीओ के लिए जून में ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने की योजना बना रहा है।
- भारतीय सुपरमार्केट चेन विशाल मेगा मार्ट और इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता एथर एनर्जी प्राइवेट ने आईपीओ लाने के क्रम में बैंकों का चयन किया हुआ है। ये दोनों कम्पनियां इसी साल आईपीओ लाने का इरादा रखती हैं।
- भारत के बाहर भी भारतीय कम्पनियाँ आगे बढ़ रही हैं। इनमें अरबपति कुमार मंगलम बिड़ला की हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड के स्वामित्व वाली एल्युमीनियम उत्पादक नोवेलिस इंक शामिल है जो अमेरिका में आईपीओ के जरिये 945 मिलियन डालर तक जुटाने की कोशिश कर रही है।
- कार्लाइल ग्रुप इंक भारतीय आईटी कंपनी हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड की लिस्टिंग पर विचार कर रही है, जबकि हिलहाउस इन्वेस्टमेंट वर्सुनी ग्रुप बी.वी. की भारतीय इकाई के लिए शेयर बिक्री सहित विकल्पों पर विचार कर रही है।
बहरहाल, आने वाले दिन निवेशकों के लिए काफी व्यस्त रहने वाले हैं।