GST on Gangajal: क्या गंगाजल पर लगा GST!, कांग्रेस अध्यक्ष ने किया ट्वीट, अब सरकार का आया ये जवाब

GST on Gangajal: गंगाजल पर 18 फीसदी GST लगाने का मामला तब तूल पड़का, जब एक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने इस विषय को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर शेयर किया और कहा कि मोदी सरकार ने अब गंगाजल को भी 18 फीसदी जीएसटी के दायर में ला दिया है।

Report :  Viren Singh
Update:2023-10-13 15:58 IST

GST on Gangajal (सोशल मीडिया) 

GST on Gangajal: अगर मैं आप से कहूं कि आने वाले दिनों में आपसे गंगा के जल पर जीएसटी वसूला जा सकता है तो क्या आप मानेंगे? इसमें अधिकांश लोगों को उत्तर ‘न’ होगा, लेकिन इस वक्त यह मुद्दा सोशल मीडिया पर ज्यादा तूल पड़का हुआ है। एक कहावत है कि बिना आग के धूंआ नहीं निकलता। तो कहीं ऐसा नहीं कि केंद्र सरकार गंगा जल पर जीएसटी लगाने की तैयारी कर रही है। दरअसल, बीते कई दिनों से सोशल मीडिया पर यह खबर चल रही है कि केंद्र सरकार गंगाजल पर 18 फीसदी जीएसटी दर लगाया है। सोशल मीडिया की इस खबर पर अब शुक्रवार को केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड यानी CBICs का स्पष्टीकरण आ गया है।

CBIC ने ट्वीट कर दी सफाई

CBICs अपने अधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) सरकार की ओर से गंगाजल पर किसी भी प्रकार का जीएसटी नहीं लगाया गया है। देश भर के घरों में पूजा में गंगाजल का उपयोग किया जाता है। सरकार ने पूजा सामग्री को जीएसटी के तहत छूट दी गई है। 18-19 मई 2017 की 14वीं और 3 जून 2017 की 15वीं जीएसटी बैठक में पूजा सामग्री पर जीएसटी पर विस्तार से चर्चा तो हुई, लेकिन इसे छूट की लिस्टम में रखने का निर्णय लिया गया है। इसलिए जीएसटी लागू होने के बाद से इन सभी वस्तुओं को छूट दी गई है। गंगाजल भी पूजा सामग्री में उपयोग किया जाता है।

गंगाजल पर टैक्स लगाने पर CBIC का खंडन

दरअसल, गंगाजल पर 18 फीसदी GST लगाने का मामला तब तूल पड़का, जब एक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने इस विषय को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर शेयर किया और कहा कि मोदी सरकार ने अब गंगाजल को भी 18 फीसदी जीएसटी के दायर में ला दिया है। हालांकि CBIC ने कांग्रेस की इस खबर को झूठा करार देते हुए खंडन कर दिया है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने गंगाजल पर जीएसटी पर किया था ट्वीट

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि मोक्ष प्रदाता मां गंगा का महत्व एक आम भारतीय के लिए जन्म से लेकर जीवन के अंत तक बहुत अधिक है। यह अच्छा है कि आप आज उत्तराखंड में हैं, लेकिन आपकी सरकार ने पवित्र गंगा जल पर ही 18% जीएसटी लगा दिया है, जिसके बाद यह खबर सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी। अब CBIC नें ट्विट के जरिये इस खबर का खंडन कर दिया है और कहा कि सरकार ने ऐसा कोई कार्य नहीं किया है। खड़गे के इस ट्वीट पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्र ने कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि खड़गे जी यह हैरान करने वाली बात है कि कांग्रेस पार्टी, जिसके I.N.D.I. गठबन्धन के सदस्य लगातार सनातन धर्म के उन्मूलन की मांग करते हैं, वो अचानक हिंदू परंपराओं के हिमायती बन गये है। क्या ये आपकी सियासी चाल है? और अगर ऐसा नहीं है तो आप आरोप लगाने से पहले, जीएसटी प्रणाली को बेहतर ढंग से समझ लेते तो अच्छा होता।

सरकार उंगली उठाने से पहले जीएसटी के बारे में पढ़ें खड़गे

पात्र ने आगे कहा कि जीएसटी दरें सरकार की मनमानी नहीं हैं, बल्कि जीएसटी परिषद के निर्णय हैं, जो केंद्र और राज्य दोनों सरकारों का प्रतिनिधित्व करती हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि अधिसूचना 2/2017 के अनुसार गंगा जल जीएसटी से मुक्त है। इसके अतिरिक्त, हमारे पवित्र अनुष्ठानों में उपयोग की जाने वाली पूजा सामग्री भी जीएसटी मुक्त है। गंगा जल पर 18% जीएसटी के बारे में आपका दावा पूरी तरह गलत है। ऐसा लगता है कि या तो आप गलत सूचना दे रहे हैं या जानबूझकर तथ्यों को विकृत कर रहे हैं। सरकार पर उंगली उठाने से पहले, जीएसटी के बारे में जानकारी होना और सबसे महत्वपूर्ण बात, ईमानदार होना आवश्यक है।

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