कोरोना संक्रमित PNB कर्मचारी के साथ अमानवीय व्यवहार, ऑक्सीजन के साथ पहुंचा ऑफिस

PNB Employee Viral Video: बैंक का कर्मचारी ऑक्सीजन सपोर्ट पर ब्रांच पहुंचा। उसने अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-05-28 07:51 GMT

ऑक्सीजन मास्क के साथ पीएनबी कर्मचारी (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

PNB Employee Viral Video: कोरोना वायरस (Corona Virus) काल में कई कंपनियों की ओर से अपने कर्मचारियों की सुविधा के लिए तमाम एलान किए गए हैं। इस बीच झारखंड (Jharkhand) के बोकारो (Bokaro) जिले से पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) के कर्मचारी के साथ हुए अमानवीय व्यवहार की चौंकाने वाली घटना सामने आई है।

बोकारो में पीएनबी बैंक (PNB Bank) का कर्मी ऑक्सीजन सपोर्ट (Oxygen Support) के साथ बैंक पहुंचा। कर्मचारी ने बैंक के अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक, कर्मचारी बीते दिनों कोरोना से संक्रमित हो गया था, लेकिन ठीक होने के बाद भी सांस की दिक्कत से जूझ रहा था। कर्मचारी का आरोप है कि संक्रमण के बाद वो ऑक्सीजन सपोर्ट पर है, लेकिन बैंक के अधिकारी उसे जबरन काम कर बुलाते हैं।

बैंक ने आरोपों को ठहराया गलत

कर्मचारी के मुताबिक, उसे न केवल अधिकरी जबरन ड्यूटी पर बुला रहे हैं, बल्कि वेतन को लेकर भी गलत व्यवहार किया जा रहा है। मामले में पीएनबी बैंक की किरकिरी होने के बाद बैंक की ओर आधिकारिक बयान जारी किया गया है। बैंक ने कर्मचारी द्वारा लगाए गए आरोपों को झूठा करार दिया है और कहा कि उन्हें कोरोना से रिकवर होने के दौरान ऑफिस आने के लिए बाध्य नहीं किया गया।

पीएनबी बोर्ड (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

जानें क्या है पूरा मामला?

ये पूरा मामला बोकारो के सेक्टर 4 स्थित पंजाब नेशनल बैंक का है। यहां पर कार्यरत अरविंद कुमार कुछ दिन पहले कोरोना से संक्रमित हो गए थे। उन्होंने कहा कि वे अभी कोविड से ठीक हुए हैं। संक्रमण से ठीक होने के बाद ही उन्हें फेफड़ में संक्रमण की समस्या हो गई, ऐसे में वे ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। कर्मचारी ने आरोप लगाया कि इस अवस्था में भी बैंक द्वारा काम पर बुलाया जाता है। साथ ही पेमेंट को लेकर भी खींचतान की जाती है।

उन्होंने कहा कि इसके बाद मैं ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ही अपनी पत्नी और बेटे के साथ मंगलवार को बैंक पहुंचे थे। जहां पर उनके परिवार ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो में अरविंद कुमार कहते हैं कि मेरी हालत गंभीर है। डॉक्टरों का कहना है कि मुझे रिकवर होने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा। क्योंकि संक्रमण फेफड़ों में फैल चुका है।

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बैंक से वेतन भुगतान करने की मांग की है। उनका भुगतान रोक लिया गया है। वहीं, परिवार के एक सदस्य ने का कि बैंक अधिकारियों द्वारा छुट्टी न देने पर कर्मचारी ने इस्तीफा दे दिया, लेकिन अभी तक इसे स्वीकार नहीं किया गया। अब वे वेतन काटने की धमकी दे रहे हैं।

बैंक ने जारी किया ये बयान

वहीं, दूसरी ओर बैंक ने इस आरोपों को खारिज किया है। बैंक ने जारी बयान में कहा कि अरविंद कुमार के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है और लोन अकाउंट एनपीए होने के मामले में रिकवरी की कार्यवाही बंद करवाने के लिए उन्होंने यह ड्रामा किया है। बैंक ने यह भी कहा है कि यह कहना गलत है कि कोरोना से रिकवर होने के दौरान उन्हें ऑफिस आने के लिए बाध्य किया गया।

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