PPF निवेशक को 30 सितंबर को मिल सकती खुशखबरी, सरकार बढ़ा सकती है ब्याज दरें

Public Provident Fund: प्रत्येक तिमाही के लिए लागू ब्याज दरें प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में निवेशक के पीपीएफ खाते में जमा की जाती हैं और सालाना चक्रवृद्धि होती हैं।

Report :  Viren Singh
Update:2023-09-22 09:42 IST

Public Provident Fund (सोशल मीडिया) 

Public Provident Fund: अगर आप कहीं नौकरी कर रहे हैं और कंपनी आपका पीएफ कटा रही है या फिर आप किसी छोटी बचत योजना में निवेश कर रहे हैं तो तो आपके लिए यह खबर काफी महत्वपूर्ण है। मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार इस महीने अंत में यानी 30 सितंबर 2023 को स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में संशोधित करेगी। पीएफ को छोड़कर अन्य छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में सरकार ने हर तिमाही में बढ़ोतरी की है, लेकिन PPF की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। बीते अप्रैल 2022 से इसकी ब्याज दरें संशोधित नहीं की गई हैं। ऐसे में संभावना है कि 30 सितंबर को होने वाली छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें के संसोधन में पीपीएफ की ब्याज दरों में कुछ बदलाव हो जाए। सरकार मौजूदा समय पीपीएफ जमा पर 7.1 फीसदी का सालाना ब्याज दे रही है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार हर तिमाही के अंतराल में छोटी बचत योजनाओं में निवेश पर लागू ब्याज दरों को संशोधित करती है। वहीं, बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार इस बाद पीपीएफ की ब्याज दरों वृद्धि कर सकती है।

सरकार बढ़ा सकती पीपीएफ ब्याज दर

एसएजी इन्फोटेक के एमडी अमित गुप्ता ने कहा कि वित्त मंत्रालय अक्टूबर-नवंबर तिमाही के लिए सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) खातों के लिए चालू ब्याज दर को सितंबर 2023 तक 7.10% वार्षिक पर रख सकता है। उन्होंने कहा कि अधिकतम रिटर्न पाने के लिए निवेशकों को हर महीने की 5 तारीख से पहले एक निश्चित राशि डालने का सुझाव दिया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें पूरे महीने ब्याज मिलता रहे। यह योजना निवेशकों को उनके निवेश पर अधिकतम रिटर्न प्राप्त करने की सुविधा देती है।

ऐसे होती है पीपीएफ ब्याज की गणना

प्रत्येक तिमाही के लिए लागू ब्याज दरें प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंत में निवेशक के पीपीएफ खाते में जमा की जाती हैं और सालाना चक्रवृद्धि होती हैं। प्रत्येक कैलेंडर माह के लिए ब्याज की गणना पांचवें दिन और महीने के अंत के बीच खाते में सबसे कम शेष राशि को ध्यान में रखती है। साल की शुरुआत में पीपीएफ में निवेश करने की सलाह हमेशा दी जाती है। इस तरह आपको पूरे साल जमा पर ब्याज मिलता रहेगा।

टैक्स में मिली है छूट

पीपीएफ निवेश करने वाले निवेशकों के लिए आयकर में छूट का प्रावधान है। यहां पर निवेशकों को 1.5 लाख रुपये तक वार्षिक जमा राशि पर धारा 80सी के तहत आयकर लाभ का किया जा सकता है। इसके अलावा किसी की पीपीएफ परिपक्वता राशि भी कर-मुक्त है।

जानिए कब हुआ था ब्याज दरों में बदलाव

आपको बता दें कि छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा 30 सितंबर, 2023 को होनी है। संशोधित होने के बाद नई दरें वित्त वर्ष 2023-24 की सितंबर-नवंबर तिमाही के लिए लागू होंगी। जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 30 बीपीएस की बढ़ोतरी की गई थी। यह संशोधन विशेष रूप से 1-वर्षीय और 2-वर्षीय सावधि जमा और 5-वर्षीय आवर्ती जमा के लिए था।

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