रिलायंस जियो का तिमाही लाभ 24 फीसदी बढ़ कर 4,173 करोड़ रुपये हुआ, राजस्व का आंकड़ा भी 20 हजार करोड़ के पार
कंपनी ने एक साल पहले इसी अवधि में 3,360 करोड़ रुपये का प्रोफिट ऑफ्टर टैक्स यानी कर पश्चात लाभ दर्ज किया था, कंपनी की स्टॉक एक्सचेंज में की गई फाइलिंग में यह बात सामने आई है।
New Delhi: अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो का जनवरी से मार्च 2022 की चौथी तिमाही में स्टैंडअलोन लाभ 24 प्रतिशत बढ़ कर 4,173 करोड़ रुपए जा पहुंचा।
कंपनी ने एक साल पहले इसी अवधि में 3,360 करोड़ रुपये का प्रोफिट ऑफ्टर टैक्स यानी कर पश्चात लाभ दर्ज किया था, कंपनी की स्टॉक एक्सचेंज में की गई फाइलिंग में यह बात सामने आई है। 31 मार्च, 2022 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए रिलायंस जियो का कंसोलिडेटेड प्रोफिट ऑफ्टर टैक्स वित्त वर्ष 21 में 12,071 करोड़ रुपये की तुलना में लगभग 23 प्रतिशत बढ़कर 14,854 करोड़ रुपये हो गया।
स्टैंडअलोन रेवेन्यू में भी कंपनी ने रिकॉर्ड बनाया है। कंपनी का स्टैंडअलोन रेवेन्यू मार्च 2022 में 20 प्रतिशत बढ़कर 20,901 करोड़ रुपय हो गया इससे पहले मार्च 2021 में यह 17,358 करोड़ रूपये था। सालाना ऑपरेटिंग रेवेन्यू में भी 10.3 फीसदी का उछाल देखने को मिला यह मार्च 2021 के 70,127 करोड़ के मुकाबले मार्च 2022 में 77,356 करोड़ रुपय रहा।
• रिलायंस ने 28.8% YoY वृद्धि के साथ ₹125,687 करोड़ ($ 16.6 बिलियन) का रिकॉर्ड कंसोलिडेटेड EBITDA दर्ज किया।
• वार्षिक आधार पर टैक्स के बाद (असाधारण मदों को छोड़कर) कंसोलिडेटेड लाभ 26.2% बढ़कर रिकॉर्ड ₹67,845 करोड़ ($9.0 बिलियन) रहा।
• वर्ष का कंसोलिडेटेड EPS 20.5% (YoY) बढ़कर ₹92.0 प्रति शेयर हुआ।
• रिटेल कारोबार का रिकॉर्ड वार्षिक राजस्व लगभग ₹200,000 करोड़ रहा; EBIDTA भी अब तक के उच्चतम स्तर ₹12,423 करोड़ ($1.6 बिलियन) पर रहा।
• रिलायंस रिटेल देश में सबसे अधिक नौकरियां देने वाली कंपनियों में से एक बन गई है। कंपनी ने पिछले वित्तिय वर्ष के दौरान अभूतपूर्व 150,000 नई नौकरियां दी, रिलायंस रिटेल के कुल कर्मचारियों की संख्या अब 3,61,000 से अधिक हो गई है।
• डिजिटल सेवाओं का वार्षिक राजस्व ₹100,000 करोड़ का आंकड़ा पार कर गया है; रिकॉर्ड वार्षिक EBIDTA ₹40,268 करोड़ ($5.3 बिलियन) रहा।
• तेल और गैस व्यवसाय का सालाना EBIDTA सात साल के सबसे ऊंचे स्तर पर, ₹ 5,457 करोड़ ($720 मिलियन) रहा।
• रिलायंस ने ₹8 प्रति शेयर का सालाना डिविडेंट देने की घोषणा की।
• जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का सालाना सकल राजस्व ₹95,804 करोड़ ($12.6 अरब) रहा जोकि 17.1% ज़्यादा है (IUC के एडजस्टेमंट के बाद)
• जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का साल का EBITDA ₹39,112 करोड़ रहा ($5.2 billion) जोकि 20.9% ज़्यादा है।
• इस साल जियो का शुद्ध मुनाफ़ा ₹15,487 करोड़ रहा ($2.0 अरब) जो 23.6% ज़्यादा है।
• रिलायंस रिटेल का साल का सकल राजस्व ₹199,704 करोड़ रहा ($26.3 billion) जो 26.7% ज़्यादा है।
• रिलायंस रिटेल का साल का शुद्ध मुनाफ़ा ₹7,055 करोड़ रहा ($931 मिलियन) जो 28.7% ज़्यादा है।
• रिलायंस रिटेल ने इस साल 2,566 नए स्टोर खोले; इस तरह अब स्टोर की संख्या बढ़कर 15,196 हो गई है।
• Q4 तिमाही में रिलायंस का कंसोलिडेटेड सकल राजस्व 35.1% बढ़कर ₹232,539 करोड़ ($30.7 बिलियन) रहा
• Q4 तिमाही तिमाही में रिलायंस का कंसोलिडेटेड EBITDA 27.7% बढ़कर ₹33,968 करोड़ ($4.5 बिलियन) रहा
• Q4 तिमाही में रिलायंस का कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ 20.2% बढ़कर ₹18,021 करोड़ ($2.4 बिलियन) जा पहुंचा
• Q4 तिमाही में जियो प्लेटफॉर्म्स का कंसोलिडेटेड सकल राजस्व 20.7% (YoY) बढ़कर ₹26,139 करोड़ ($3.4 बिलियन) रहा रिलायंस
• Q4 जियो प्लेटफॉर्म्स का कंसोलिडेटेड EBITDA 27.4% (YoY) बढ़कर ₹10,918 करोड़ ($1.4 बिलियन) रहा, जोकि मजबूत राजस्व वृद्धि और मार्जिन सुधार को दर्शाती है रिलायंस
• Q4 तिमाही के दौरान ARPU यानी प्रति ग्राहक प्रति माह ₹167.6 रहा, वार्षिक आधार पर इसमें 21.3% और तिमाही आधार पर 10.5% की अच्छी वृद्धि देखने को मिली। टैरिफ में वृद्धि, बेहतर ग्राहक मिश्रण और FTTH सेवाओं में बढ़ोतरी इसका मुख्य कारण रहे। रिलायंस
• Q4 31 मार्च 2022 तक रिलायंस जियो का कुल ग्राहक आधार 41 करोड़ 2 लाख के पार जा पहुंचा; तिमाही के दौरान 3 करोड़ 55 लाख ग्रोस ग्राहक जियो नेटवर्क से जुड़े।
• Q4 जियो देश का नंबर #1 FTTH सर्विस प्रोवाइडर बन गया है, जिसकी सेवाएँ अब 60 लाख भवनों तक पहुँच रही है. जियो के उपभोक्ता औसतन रोज़ 5 घंटे सेट-टॉप बॉक्स पर गुज़ार रहे हैं।
• रिलायंस रिटेल का इस तिमाही का सकल राजस्व ₹58,017 करोड़ ($7.7 अरब) रहा, Y-o-Y ये 23.3% की बढ़ोतरी है
• Q4 रिलायंस रिटेल का EBITDA (निवेश-पूर्व आय) 16.3% Y-o-Y बढ़कर ₹3,584 करोड़ ($473 मिलियन) रहा। इसमें फ़ैशन, लाइफ़स्टाइल और खाने-पीने के सामान में हुई आय का ख़ासा योगदान रहा।
• Q4 रिलायंस रिटेल का इस तिमाही का शुद्ध मुनाफ़ा ₹2,139 करोड़ ($282 मिलियन) रहा जो पिछले साल के मुकाबले 4.8% कम है।
• रिलायंस रिटेल ने अच्छे ऑफ़र और बेहतर उत्पादों के बल पर डिजिटल कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म्स पर रोज़ाना ऑर्डर की संख्या को पिछले साल के मुकाबले दोगुना से ज़्यादा करने में सफलता पाई है।
• देश के कई हिस्सों में नए किराना व्यवसाइयों को साथ जोड़ते हुए रिलायंस रिटेल ने भागीदारों की संख्या को पिछले साल के मुकाबले 3 गुना बढ़ा लिया है।
• रिलायंस के ऑइल टू केमिकल्स व्यवसाय का तिमाही का राजस्व Y-o-Y 44.2% बढ़कर ₹145,786 करोड़ ($19.2 अरब) पहुँच गया है। तेल की क़ीमतों में वृद्धि और 4.2% ज़्यादा बिक्री के बल पर ये राजस्व बढ़ा है।