Omicron Effect : RBI ने बढ़ाई KYC अपडेट करने की समय सीमा, जानें नई समय सीमा क्या है ?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज 30 दिसंबर को एक बड़ा फैसला लेते हुए केवाईसी (KYC) अपडेट की समय सीमा को फ़िलहाल बढ़ा दिया है। इस संबंध में केंद्रीय बैंक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, एक रिपोर्ट में कहा गया है,
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज 30 दिसंबर को एक बड़ा फैसला लेते हुए केवाईसी (KYC) अपडेट की समय सीमा को फ़िलहाल बढ़ा दिया है। इस संबंध में केंद्रीय बैंक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, एक रिपोर्ट में कहा गया है, कि केवाईसी (KYC) अपडेट की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 मार्च 2022 कर दिया गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर साझा जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय बैंक ने केवाईसी अपडेट की समय सीमा को तीन महीने के लिए बढ़ाकर 31 मार्च, 2022 कर दिया है। पहले केवाईसी (KYC) अपडेट करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2021 यानी कल तक थी थी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कोविड-19 के नए संस्करण ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रकोप के बीच अनिश्चितता के कारण यह बड़ा फैसला लिया है। रिपोर्ट में कहा गया है, कि इस समय सीमा का विस्तार ओमिक्रॉन की चिंताओं के मद्देनजर किया गया है। केंद्रीय बैंक ने आज गुरुवार को कहा, कि कोविड -19 के नए वेरिएंट कारण प्रचलित अनिश्चितता को देखते हुए, उपरोक्त परिपत्र में दी गई छूट को 31 मार्च, 2022 तक बढ़ा दिया गया है।
इससे पहले आरबीआई ने केवाईसी अपडेट की समय सीमा मई महीने में बढाकर 31 दिसंबर तक कर दी थी। साथ ही, बैंकों तथा अन्य वित्तीय संस्थानों को ऐसे खातों के संचालन पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाने का निर्देश भी दिया था। ऐसा कोरोना महामारी (कोविड -19) की दूसरी लहर के चरम पर होने के दौरान निर्देश दिए गए थे। बुधवार को जारी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट के नए संस्करण में, आरबीआई ने कहा है, कि मुद्रास्फीति और ओमिक्रोन भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी चुनौतियां हैं।
केंद्रीय रिज़र्व बैंक ने उल्लेख किया है, कि वैश्विक आर्थिक सुधार 2021 की दूसरी छमाही में कोविड -19 संक्रमणों के पुनरुत्थान, नए संस्करण ओमिक्रोन, आपूर्ति में व्यवधान और बाधाओं, उच्च मुद्रास्फीति के स्तर और मौद्रिक नीति के रुख तथा कार्यों में बदलाव के कारण गति खो रहा है।