हिंडनबर्ग-अडानी ग्रुप मामले पर SEBI ने तोड़ी चुप्पी, कहा- बाजार से नहीं होने देंगे खिलवाड़, उठाए जा रहे कदम

Gautam Adani : हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शेयर में भारी गिरावट देखी गई। इस मसले पर SEBI ने कहा, हम बाजार की अखंडता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Written By :  aman
Update: 2023-02-04 15:59 GMT

SEBI (Social Media)

SEBI on Adani : अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की नकारात्मक रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह (Adani Group) के शेयरों में हाहाकार देखा गया। नतीजतन अडानी ग्रुप को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। इसके बाद, अडानी समूह ने अपनी फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का एफपीओ (FPO) वापस लेने के बाद बॉन्ड प्लान भी कैंसल कर दिया। इस बीच मामले में अब बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।

सेबी ने शनिवार (04 फरवरी) को इस पूरे मसले पर बड़ा बयान दिया। SEBI की ओर से कहा गया है कि 'पिछले हफ्ते में एक कारोबारी समूह के शेयरों में असामान्य रूप से उतार-चढ़ाव देखा गया है। सेबी बाजार की अखंडता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।' SEBI ने ये भी कहा कि वह बाजार की संरचनात्मक मजबूती के लिए भी प्रतिबद्ध है। 

आख़िरकार सेबी ने तोड़ी चुप्पी

दरअसल, कंपनी ने FPO के जरिए 10 अरब रुपए (तक़रीबन 12.2 करोड़ डॉलर) जुटाने की योजना बनाई थी। कंपनी पहली बार बॉन्ड्स की पब्लिक सेल (Public Sale of Bonds) करने जा रही थी। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की मानें तो कंपनी ने इस प्लान को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह के शेयरों में 70 प्रतिशत तक गिरावट दर्ज की गई। उसका मार्केट कैप 100 अरब डॉलर से ज्यादा घट गया है। निवेशकों को लंबे समय से सेबी के बयान का इंतजार था। हिंडनबर्ग-अडानी ग्रुप मामले में आख़िरकार बाजार नियामक सेबी ने आज चुप्पी तोड़ ही दी। 

'हम कुशल कामकाज को बनाए रखना चाहते हैं'

SEBI ने शनिवार (4 फरवरी) को एक प्रेस विज्ञप्ति (Press release) जारी कर कहा, कि 'हम बाजार के व्यवस्थित और कुशल कामकाज को बनाए रखना चाहते हैं। खास शेयरों में अत्यधिक अस्थिरता को दूर करने के लिए सार्वजनिक रूप से निगरानी की व्यवस्था भी मौजूद है।' 

SEBI से पहले आ चुका है RBI का बयान

सेबी ने ये भी कहा कि, निगरानी की व्यवस्था किसी भी शेयर में कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव होने पर कुछ शर्तों के साथ खुद ही चालू हो जाती है। बाजार नियामक सेबी का बयान भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के उस बयान के बाद आया है जिसमें उधारदाताओं की चिंताओं को दूर करते हुए कहा गया है कि देश की बैंकिंग प्रणाली (Banking System) लचीली और स्थिर बनी हुई है। 

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