Layoff 2024: स्पाइसजेट 15 फीसदी कर्मचारियों की करेगा छुट्टी, बताई ये वजह, 3 फीसदी से अधिक टूटे शेयर
Layoff 2024: साल 2019 में जब एयरलाइन स्पाइसजेट अपने चरम पर थी, तब कंपनी के पास 118 विमानों और 16,000 कर्मचारियों का बेड़ा था, लेकिन बाद में वित्तीय संकटों के चलते इसमें गिरावट देखने को मिली।
Layoff 2024: घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हवाई उड़ानों को संचालन रही भारतीय विमानन कंपनी स्पाइसजेट से बुरी खबर आई है। यह बुरी खबर कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों के लिए आई है। सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा गया कि एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट 1,400 कर्मचारियों की छंटनी करेगी, जो कि कंपनी के कुल कार्यबल का 15 फीसदी हिस्सा है। हालांकि कर्मचारियों की छंटनी की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। यह छंटनी लागत में कटौती और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बताई गई है। यह खरब सामने आते ही कंपनी शेयरों में 3 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गई है।
कई महीनों से कर्मियों के भुगतान में देरी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइन कथित तौर पर कई महीनों से वेतन भुगतान में देरी कर रही है। कई कर्मचारियों को जनवरी का वेतन नहीं मिला है। इसका कुल वेतन बिल वर्तमान में 60 रुपए करोड़ है। इसलिए कंपनी व्यापी लागत को परिचालन आवश्यकताओं के अनुरूप करने के लिए छंटनी की जा रही है।
वर्तमान में कंपनी के पास हैं 9 हजार कर्मचारी
साल 2019 में जब एयरलाइन स्पाइसजेट अपने चरम पर थी, तब कंपनी के पास 118 विमानों और 16,000 कर्मचारियों का बेड़ा था, लेकिन बाद में वित्तीय संकटों के चलते इसमें गिरावट देखने को मिली। वर्तमान में एयरलाइन के साथ 9,000 कर्मचारी काम करते हैं, स्पाइसजेट करीब 30 विमानों का संचालन करता है। इनमें से आठ विमान चालक दल और पायलट सहित अंतरराष्ट्रीय वाहकों से वेट लीज पर लिए गए हैं।
फंडिंग योजनाएं पटरी पर
स्पाइसजेट की निकटतम प्रतिद्वंद्वी कंपनी अकासा एयर एयरलाइन है। अकासा के पास वर्तमान में 23 विमानों का बेडा है और इसमें 3500 कर्मचारी काम कर रहे हैं। फंड निवेश योजना पर कंपनी ने कहा कि 2,200 करोड़ रुपये फंडिंग योजनाएं पटरी पर हैं और जल्द ही एक घोषणा की उम्मीद है।
पूर्व प्रमोटर को 50 करोड़ देना आदेश
इससे पहले पिछले हफ्ते दिल्ली उच्च न्यायालय ने कंपनी को 2018 के मध्यस्थ के हिस्से के रूप में पूर्व प्रमोटर कलानिधि मारन और केएएल एयरवेज को छह सप्ताह के भीतर 50 करोड़ रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया था। बीते नवंबर में रेमाच टेक्नोलॉजीज ने 2.7 करोड़ रुपये के डिफ़ॉल्ट के लिए इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड, 2016 की धारा 9 के तहत स्पाइसजेट के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर की। तब कंपनी का दावा है कि उसने एयरलाइन को व्यावसायिक परामर्श और तकनीकी सहायता सेवाएं प्रदान की हैं। 8 फरवरी को बजट एयरलाइन ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल को सूचित किया कि वह विक्रेता के साथ मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही है।
शेयर हुए धड़ाम
कंपनी द्वारा कर्मचारियों की छंटनी की खबर सामने आते ही शेयर बाजार में एयरलाइन के शेयर में गिरावट देखी गई है। हफ्ते के पहले करोबारी दिन सोमवार को स्पाइसजेट के शेयरों में 3.8 प्रतिशत गिरावट दर्ज हुई है और यह बीएसई पर 65.59 रुपये प्रति शेरय पर कारोबार कर रहे हैं।