SBI MCLR Rate: सावधान...एसबीआई से लोन लेना हुआ महंगा, एक महीने के अंतराल में दो दूसरी बार बढ़ीं MCLR दरें
SBI MCLR Rate: एक साल की मैच्योरिटी के लिए नई दर 8.40 फीसदी से बढ़ाकर 8.50 फीसदी कर दी गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2016 में MCLR की स्थापना की है। यह फाइनेंशियल इंस्ट्रीट्यूशन के लिए एक इंटरनल बेंचमार्क है।
SBI MCLR Rate: रिजर्व बैंक द्वारा हाल ही में हुई रेपो रेट की बढ़ोतरी के बाद देश के सरकारी और निजी क्षेत्र बैंक अब अपने कर्ज ब्याज दर महंगे करने के लगे हैं। इस कड़ी में देश के सबसे बड़े ऋणदाता बैंक का नाम शामिल हो गया है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बुधवार को मार्जिनल कॉस्ट फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में इजाफा कर दिया है। बैंक ने सभी लोन टेन्योर की MCLR में 0.01 या 10 आधार अंकों (bps) की बढ़ोतरी की है। कर्ज ब्याज की बढ़ी हुईं नई दरें आज से ही लागू हो गई हैं। बैंक के इस कदम से अब ग्राहकों को महंगे दर पर होम, ऑटो सहित अन्य प्रकार का लोन मिलेगा। इस साल बैंक ने दूसरी बार एमसीएलआर में बढ़ोतरी की है। इससे पहले जनवरी में बैंक ने कर्ज ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी।
MCLR की नई दरें ये हैं
SBI के आधिकारिक वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, कर्ज ब्याज दरों में संशोधन के बाद से अब ओवरनाइट एमसीएलआर दर को 7.85 प्रतिशत से 10 बीपीएस बढ़ाकर 7.95 प्रतिशत कर दिया गया है। एक महीने की अवधि वाले कर्ज ब्याज दरों में 10 बीपीएस की बढ़ोतरी की गई है। इस के बाद यह 8.10 फीसदी हो गया है। इससे पहले यह 8 फीसदी पर था। इसके अलावा तीन महीने की एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.10 फीसदी कर दिया गया है,जबकि इससे पहले यह 8 फीसदी पर था। 6 महीने की एमसीएलआर को बढ़ाकर बैंक ने 8.40 फीसदी कर दिया है। इससे पहले यह 8.30 फीसदी पर था।
3 साल वाली अवधि पर इतनी की हुई बढ़ोतरी
एसबीआई ने कहा कि दो साल की परिपक्वता के लिए MCLR को 8.50 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.60 प्रतिशत कर दिया गया है, जबकि तीन साल की अवधि को 8.60 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.70 प्रतिशत कर दिया गया है।
एमसीएलआर क्या है?
मूल न्यूनतम दर जिस पर एक बैंक उपभोक्ताओं को ऋण दे सकता है, उसे धन-आधारित उधार दर या MCLR की सीमांत लागत के रूप में जाना जाता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2016 में MCLR की स्थापना की है। यह फाइनेंशियल इंस्ट्रीट्यूशन के लिए एक इंटरनल बेंचमार्क है। जब भी MCLR बढ़ोतरी करती है। इससे बैंक से मिलने वाले ऋण महंगे हो जाते हैं, जिसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ता है।
हाल ही में रिजर्व बैंक रेपो रेट में किया इजाफा
बता दें कि देश में महंगाई पर काबू पाने के प्रयास में आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने 8 फरवरी, 2023 को रेपो रेट को फिर से बढ़ा दिया है। केंद्रीय बैंक ने अपने हालिया बयान के अनुसार, रेपो दर को 25 बीपीएस से बढ़ाकर 6.50% कर दिया है। केंद्रीय बैंक के इस कदम से सभी बैंक अपने कर्ज ब्याज दरों और एफडी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रही हैं।
ये बैंक भी बढ़ा चुके हैं MCLR दरें
हाल ही में एचडीएफसी बैंक ने सभी अवधि के लिए एमसीएलआर में 10 आधार अंक तक की वृद्धि की है। बैंक की संशोधित एमसीएलआर दर 7 फरवरी 2023 से लागू हो ग चुकी हैं। पंजाब नेशनल बैंक ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में 25 आधार अंकों की वृद्धि की थी। इसकी बढ़ी हुई नई दरें 9 फरवरी लागू हो गई हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा ने MCLR दर में 5 आधार अंकों की वृद्धि की है। इसकी बढ़ी हुई नई दरें 9 फरवरी से प्रभावी हो गई हैं।