Share Market Crash: हाई रिकॉर्ड से अचानक भरभरा गया दलाल स्ट्रीट, निवेशकों के डूबे 9.32 लाख करोड़; अडानी को लगी तगड़ी चपत

Share Market Crash: आज BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 9.32 लाख करोड़ रुपये का घटा हुआ। यानी निवेशकों के एक दिन में इतने लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं।

Report :  Viren Singh
Update:2023-12-20 16:38 IST

Share Market Crash: (सोशल मीडिया)  

Share Market Crash: घरेलू बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बुधवार को जोरदार गिरावट पर बंद हुए। इससे पहले आज कारोबार के दौरान शेयर बाजार में मंदड़ियों ने कब्जा कर लिया था और सेंसेक्स और निफ्टी के दोनों इंडेक्स नए शिखर पर पहुंच गए थे, लेकिन जैसे ही कारोबार खत्म होने वाला हुआ तो अचानक दलाल स्ट्रीट धराशाई हो गया। इस दौरान सेंसेक्स 1 हजार अंकों से अधिक तो वहीं निफ्टी 300 अंकों के अधिक गिरावट पर बंद हुआ। बुधवार को बाजार में आई गिरावट के सबसे अधिक नुकसान गौतम अडानी के कारोबारी समूह अडानी ग्रुप को उठाना। ग्रुप के 10 में से 9 शेयर गिरावट पर बंद हुए। बाजार पर्यवेक्षकों ने गिरावट के लिए मुनाफावसूली को जिम्मेदार ठहराया।

सेंसेक्स 1052 अंक टूटा, निफ्टी में इतनी रही गिरावट

बुधवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,052.10 अंक या 1.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 70,385.09 पर बंद हुआ। निफ्टी 50 इंडेक्स 1.62 प्रतिशत या 346 अंक की गिरावट के साथ 21,106.40 पर बंद हुआ। निफ्टी 50 ने दिसंबर में लगभग 7 प्रतिशत जोड़ा है। जुलाई 2022 के बाद से यह अपने सबसे अच्छे महीने की ओर बढ़ रहा है। इससे पहले आज डी स्ट्रीट की शुरुआत में सेंसेक्स 450 अंक की तेजी लेते हुए अपने नए ऑल टाइम हाई 71,913 के लेवल पर पहुंच गया था, जबकि 21,593 के स्तर पर पहुंच गया था, जो इसका 52 वीक का हाई लेवल था, लेकिन मुनाफा वसूली की वजह से शेयर बाजार में बुधवार को जोरदार की गिरावट दर्ज हुई।

मिडकैप और स्मॉलकैप भी लुढ़का

वहीं, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स दिन के उच्चतम स्तर से 4.5 प्रतिशत गिर गया और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स, दिन के उच्चतम स्तर से 5 प्रतिशत गिरकर 14,951 के निचले स्तर पर आ गया। BSE के 30 शेयर गिरावट पर बंद हुए। एक मात्र शेयर एचडीएफसी बैंक के शेयर (HDFC Bank Share) में मामूली बढ़त पर कारोबार कर रहा था, लेकिन बंदी के दौरान इसमें भी गिरावट आ गई।

बाजार विशेषज्ञ ने बताई गिरावट की वजह

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के सकारात्मक रुझान के बावजूद घरेलू बाजार में दूसरी छमाही में तेज और अचानक बिकवाली देखी गई। इसका कारण मिड और स्मॉल-कैप शेयरों के मूल्यांकन में हालिया तेज रैली से हुई मुनाफावसूली है। दरअअसल, तेजी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने निवेशकों को मुनाफावसूली करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि आज कारोबार में अधिकांश क्षेत्रों के शेयरों में गिरावट देखी गई, लेकिन एफएमसीजी, बैंकिंग और आईटी में सबसे कम गिरावट आई।

अडानी कंपनियों के शेयर हुए धराशायी

शेयर बाजार में आई गिरावट पर सबसे अधिक नुकसान अडानी ग्रुप को उठाना पड़ा है। मार्केट पर लिस्टिडेट 10 कंपनियों के शेयरों में से 9 के शेयर गिरावट पर बंद हुए। इसमें अडानी विल्मर में 5 फ़ीसदी और अडानी टोटल गैस में 6.66 फीसदी की गिरावट रही।

एक दिन में 9.30 लाख करोड़ रुपये डूबे

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 20 दिसंबर को घटकर 349.79 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। इससे पहले मंगलवार 359.11 लाख करोड़ रुपये था। आज BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 9.32 लाख करोड़ रुपये का घटा हुआ।

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