TATA ग्रुप की नई पीढ़ी का होगा अंबानी फैमिली से मुकाबला, इन 3 चेहरों को टाटा बोर्ड में मिली जगह
Tata Group Company: अंबानी ग्रुप और टाटा ग्रुप यह दोनों बिजनेस की दुनिया के ऐसे नाम है जिन्हें सिर्फ देश बल्कि विदेशों तक अपनी पकड़ रखते हैं।
Tata Group Company: टाटा ग्रुप को दुनिया भर में पहचान दिलाने का श्रेय रतन टाटा को जाता है। उन्होंने इस पूरे ग्रुप को देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में ऐसी पहचान दिलाई है कि अच्छे अच्छे लोग इस ग्रुप के आगे फेल हो जाते हैं। समय आ चुका है जब टाटा ग्रुप को नई पीढ़ी संभालने वाली है और का मुकाबला अब आकाश और ईशा अंबानी से होता हुआ दिखाई देगा।
टाटा ग्रुप के नए सदस्य
टाटा मेडिकल ट्रस्ट बोर्ड ने नोएल टाटा के तीनों बच्चों को बोर्ड में शामिल किया है। यह लिया, माया और नेविल टाटा हैं, जिन्हें बोर्ड में जगह दी गई है और सभी अपनी जिम्मेदारी संभालते हुए संस्था को आगे ले जाते दिखाई देंगे। बता दें कि टाटा मेडिकल सेंटर ट्रस्ट टाटा ग्रुप की सब्सिडीयर है जो कोलकाता में एक कैंसर अस्पताल चलाती है। सबसे खास बात यह है कि ग्रुप के इन तीनों सदस्यों को रतन टाटा के मार्गदर्शन में काम करने का एक्सपीरियंस मिलने वाला है।
सौंपी गई ये जिम्मेदारी
रतन टाटा के मार्गदर्शन में ग्रुप के इन तीनों सदस्यों को अच्छी तरह से तैयार किया जाएगा और फिर इसके बाद इनकी जरूरी भूमिका तय की जाएगी। बता दें कि नोएल रतन टाटा के सौतेले भाई हैं और टाटा ग्रुप का हिस्सा भी है। उनके तीनों बच्चे पहले से ही टाटा ग्रुप की अलग-अलग कंपनियों में काम कर रहे हैं। बोर्ड में शामिल होने से पहले ही यह तीनों टाटा ग्रुप में सक्रिय हैं और अपनी अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभा रहे हैं। नोएल को ट्रेंट और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब टाटा ग्रुप के ये नौजवान अंबानी फैमिली के नौजवानों के साथ मुकाबला करते दिखाई देंगे।
रिलायंस ने बनाया उत्तराधिकारी
एक तरफ जहां टाटा ग्रुप में नए सदस्यों को शामिल किया गया है तो दूसरी ओर रिलायंस ने भी अपनी कंपनी की जिम्मेदारी की पीढ़ी को आगे बढ़ाया है। आकाश, ईशा और अनंत अंबानी अपने पिता मुकेश अंबानी की जगह कंपनी की जिम्मेदारी संभालेंगे। हाल ही में नीता अंबानी ने इस बारे में संदेश दिया था और बताया था कि मुकेश की रिटायरमेंट के बाद किस तरह से बच्चे इस साम्राज्य को संभालेंगे। कंपनी के शेयर तीनों बच्चों को समान रूप से दिए जाएंगे। फिलहाल तीनों समूह के अलग अलग क्षेत्रों के प्रमुख के रूप मींस जिम्मेदारी निभा रहे हैं।