Twitter Verification Charges: ब्लू टिक के लिए आपको देने होंगे इतने रुपये, सरकार भी लेगी 18% GST
Twitter Verification: ट्विटर सत्यापन के लिये 8 डालर देने के बाद में 18 प्रतिशत जीएसटी भी देना पड़ेगा।
Twitter Verification: ट्विटर सत्यापन का मुद्दा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। एलन मस्क ने कहा था ट्विटर उपयोगकर्ताओं को सत्यापन के लिये 8 डालर का शुल्क देना होगा। लेकिन अब लोगों को 8 डालर यानी कि 662 रूपये की जगह 780 रूपये ट्विटर सत्यापन के चुकाने पड़ेंगे। जिसमें 18 प्रतिशत की जीएसटी सरकार को देनी होगी। दरअसल आईटी सर्विसेज (सॉफ्टवेयर) के लिए जीएसटी रेट फिक्स है। सभी प्रकार के आईटी सॉफ्टवेयर आपूर्ति के लिए जीएसटी दर 18% है। ट्विटर अधिग्रहण के बाद एलन ने प्रति माह 8 डॉलर का सत्यापन शुल्क लेने का निर्णय लिया है। हालांकि यह शुल्क भारत में थोड़ा कम हो सकता है।
एलन मस्क के मुताबिक अलग-अलग देशों में आमदनी के हिसाब से फीस तय की जाएगी। एक सप्ताह के भीतर शुल्क वसूली शुरू हो सकती है। इससे लोगों को ट्रोल्स और स्पैम से छुटकारा मिलेगा, और ब्लू टिक वाले लोगों को सर्च, रिप्लाई और मेंशन में प्राथमिकता मिलेगी, साथ ही उन्हें लंबे वीडियो और ऑडियो पोस्ट करने की भी अनुमति मिलेगी। भारत में यह शुल्क 200 से 250 रुपये प्रति माह हो सकता है।
आपको बता दें कि भारत में 2.5 करोड़ यूजर्स ट्विटर प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। भारत ट्विटर का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। ट्विटर अपनी सत्यापन प्रक्रिया के दौरान किसी भी उपयोगकर्ता खाते को सत्यापित करता है, और लोगों को इसके लिए भुगतान करना पड़ सकता है। वर्तमान में, यह सुविधा केवल वैकल्पिक है और यदि आपने इसे मैन्युअल रूप से अनुरोध किया है, तो एक प्रक्रिया के बाद आपका खाता सत्यापित हो जाएगा और आपको अपने नाम के सामने एक ब्लू टिक मिलेगा।
गौरतलब है कि एलन मस्क ने 27 अक्टूबर 2022 को ट्वीटर का अधिग्रहण किया था। उसके बाद में एलन मस्क ने ट्वीटर में कई बड़े बदलाव किये। ट्विटर की कमान हाथ में आते ही एलन मस्क ने (29 अक्टूबर 2022) को सीईओ पराग अग्रवाल सहित अन्य कई सदस्यों को ट्विटर से निकालकर बाहर कर दिया है। इसमें पॉलिसी चीफ विजय गड्डा भी नाम शामिल हैं।