Indian Size for Clothes: अब मिल सकेंगे भारतीयों के नाप वाले कपड़े और जूते

Indian Size for Clothes: पहली बार भारत सरकार ने इस दिशा में कदम उठाया है और "इंडिया साइज प्रोजेक्ट" शुरू किया जो अब समाप्ति की ओर है तथा इसकी रिपोर्ट 3-4 महीने में आ जायेगी। केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय ने अनुसंधान और विकास योजना के तहत एक प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है।

Update:2023-05-24 21:14 IST
(Pic: Social Media)

Indian Size for Clothes: क्या आप जानते हैं कि आप बाजार से जो रेडीमेड कपड़े और जूते खरीदते हैं उनके माप यानी साइज यूके और यूएसए के स्टैण्डर्ड के होते हैं। यानी शर्ट का 42 नम्बर साइज या जूते का 10 नम्बर साइज हम भारतीयों के आकार पर तय नहीं किया गया है इसीलिए आप ऑनलाइन साइट्स पर यूके और यूएस के साइज लिखे देखते हैं। ऐसा इसलिए है कि अभी तक भारतीयों के आकार का मानकीकरण नहीं किया गया था। इसीलिए अनेकों बार सही फिटिंग के परिधान नहीं मिलते हैं। वजह एक ही है - हम भारतीयों के लिए उपलब्ध साइज विदेशी हैं।

इंडिया साइज प्रोजेक्ट

पहली बार भारत सरकार ने इस दिशा में कदम उठाया है और "इंडिया साइज प्रोजेक्ट" शुरू किया जो अब समाप्ति की ओर है तथा इसकी रिपोर्ट 3-4 महीने में आ जायेगी। केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय ने अनुसंधान और विकास योजना के तहत एक प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इसका उद्देश्य भारतीय आबादी के शरीर माप के आधार पर भारतीय आकार के चार्ट डेवलप करना है ताकि बेहतर फिटिंग के वाले रेडीमेड कपड़े मिल सकें। प्रोजेक्ट 'इंडिया साइज़' की योजना 3डी बॉडी स्कैनर का उपयोग करके भारत के छह अलग-अलग क्षेत्रों में 18 से 65 वर्ष की आयु के 25,000 व्यक्तियों को मापने की है। उम्मीद है कि इस परियोजना के परिणाम से खुदरा परिधान उद्योग को अत्यधिक लाभ होगा।

2021 में किया लांच

इंडिया साइज परियोजना अगस्त 2021 में शुरू की गई थी। यह देश के इतिहास में अपनी तरह की पहली परियोजना है, जिसका उद्देश्य अमेरिका, यूके और मेक्सिको जैसे देशों में उपलब्ध मानकीकृत आकारों की तर्ज पर रेडी-टू-वियर वस्त्र उद्योग के लिए एक मानक भारतीय आकार तय करना है। इसमें भारतीय उपभोक्ताओं के माप के लिए विशिष्ट चार्ट विकसित किया जाएगा। यह परियोजना कपड़ा मंत्रालय द्वारा द क्लॉथिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सहयोग से शुरू की गई है। इंडिया साइज प्रोजेक्ट के तहत एक अखिल भारतीय मानवमितीय अध्ययन किया जाएगा। अध्ययन में विभिन्न आयु समूहों में फैले करीब 25,000 उपभोक्ताओं का विश्लेषण शामिल होगा और इसमें मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और शिलांग शहरों को शामिल किया जाएगा। यह देश के सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करने के लिए अध्ययन को सक्षम करेगा।

विश्व स्तर पर, चीन, स्पेन और जर्मनी सहित 14 देशों के अपने आकार चार्ट हैं। भारत में, अधिकांश घरेलू ब्रांड यूएस/यूके आकार चार्ट अपनाते हैं, जबकि अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड अपने वैश्विक आकार बेचते हैं। वर्तमान में, हम अंतरराष्ट्रीय आकार का उपयोग कर रहे हैं।

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