Adani Group and Rajeev Jain: आखिर कौन हैं राजीव जैन? जो बीच भंवर में फसे गौतम अडानी के लिए बने संजीवनी

Adani Group and Rajeev Jain: राजीव जैन की जीक्यूजी ने ग्रुप की चार कंपनियों पर 15446 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह निवेश अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, अडानी टांसमिशन और अडानी ग्रीन एनर्जी में किया गया है।

Written By :  Viren Singh
Update:2023-03-04 13:01 IST

Adani Group and Rajeev Jain (सोशल मीडिया) 

Adani Group and Rajeev Jain: 24 जनवरी, 2023 को अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की आई रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के साथ भारत के कारोबार जगत में भूचाल ला दिया। इस शार्ट सेलिंग फर्म ने अडानी ग्रुप के और उसके मुखिया गौतम अडानी के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए। फिर क्या है बाजार में अडानी ग्रुप की जो हालत हुई, वह किसी से छिपी नहीं। जो ग्रुप के शेयर एक समय तक निवेशकों की निवेश की सबसे पंसदीदा जगहों में से थी। वह 24 जनवरी के बाद से बिल्कुल अगल हो गई। नतीजा यह रहा कि ग्रुप के शेयर भरभार कर गिरना शुरू हो गए। हालत यह हो गई कि ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी सहित कई कंपनियों के शेयर में कई बार लोअल सर्किट लगा।

इतने बुरे समय में भी निवेशक ने खेला दांव

हालांकि बीते कुछ दिनों से अडानी ग्रुप के शेयरों की बाजार में हालत सुधरी है। वहीं, अडानी ग्रुप के ऊपर चल रहे इस घोर संकट में जहां निवेशक मूंह फेर रहे हैं तो वहीं भारतीय मूलवंसी के एक कारोबारी ने गौतम अडानी के लिए आगे आए हैं। शेयर बाजार में लगातार हो रही गिरावट के बाद भी इस कारोबार में अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी मात्र में निवेश किया है। अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी मात्र में निवेश के साथ अब लोगों के बीच यह उत्सुकता पैदा हो गई है आखिर वह कौन भारतीय मूलवंशी का कारोबार में है जो गौतम अडानी के इतने बुरे हालत में भी कंपनी के ऊपर पैसा लगाने का दांव खेला है? तो आईये जानते हैं उस कारोबार के बारे में, जिसने इतना बड़ा फैसला लिया है।

जीक्यूजी पार्टनर्स ने किया अडानी ग्रुप पर निवेश

दरअसल, अमेरिकी की वैश्विक इक्विटी निवेश कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स के सह-संस्थापक राजीव जैन ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बीच अडानी ग्रुप पर 2 अरब डॉलर का निवेश करने का ऐलान किया है। यह ऐलान ऐसे समय किया है, जब ग्रुप के शेयरों के हालत खराब चल रही है और उनको सुरक्षित शेयरों और दमदार बैलेंस शीट वाली कंपनियों पर निवेशक के लिए जाना जाता है। अब सवाल यह उठता है कि ऐसे समय में उन्होंने अडानी ग्रुप पर इतना बड़ा दांव क्यों चला है तो इस पर उन्होंने कहा कि वह अडानी ग्रुप के शेयरों का बीते 5 साल से उचित मूल्य का प्रतीक्षा कर रहे थे। लेकिन यह उचित मूल्य अब मिल जाएं तो निवेश किया है।

जैन ने आगे कहा कि मैं महेशा से अच्छी परिसंपत्तियों के गलत मूल्य निर्धारण का लाभ उठाने की संभावना देख रहे थे और वह अडानी ग्रुप के मामले पर आज पूरी हुई है। जैन ने परिसंपत्तियों पर करीब 92 अरब डॉलर का निवेश किया हुआ है और इस निवेश के साथ वह निवेश के क्षेत्र में सबसे भरोसेमंद खिलाड़ी बने हुए हैं।

कौन हैं राजीव जैन?

राजीव जैन का जन्म भारत में हुआ है। वह भारत में ही पले बढ़े हैं। उच्च शिक्षा हालिस करने के लिए जैन 1990 में अमेरिका चल गए। वहां से उन्होंने मियामी विश्वविद्यालय से एमबीए की मास्टर डिग्री हासिल की। पढ़ाई पूरी करने के बाद 1994 में जैन ने पोर्टफोलियो प्रबंधक के तौर पर वॉनटोबेल से अपने कैरियर की शुरूआत की थी। 2002 में वह स्विस कंपनी के चीफ इवेंस्मेंट मैनेजर रहे। मार्च, 2016 में जैन जीक्यूजी पार्टनर्स की स्थापना की। उसके बाद से वह लगातार कंपनी की चेयमैन और सीओओ की भूमिका संभाल रहे हैं। साल 2021 में जीक्यूजी ने ऑस्ट्रेलिया शेयर बाजार में अपना आईपीओ उतारा। इस आईपीओ के कंपनी ने 893 मिलियन डॉलर जुटाए।

अडानी ग्रुप ने दी निवेश की जानकारी

2 मार्च को अडानी समूह ने कहा कि, राजीव जैन की जीक्यूजी ने ग्रुप की चार कंपनियों पर 15446 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह निवेश अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स, अडानी टांसमिशन और अडानी ग्रीन एनर्जी में किया गया है। यह डील होती है, बाजार में अडानी ग्रुप की हातल सही होने लगी। शुक्रवार को बाजार में अडानी ग्रुप के सभी 10 शेयर बढ़त पर बंद हुए। इसमें सबसे अधिक अडानी एंटरप्राइजेज में रही और यह 17 फीसदी मजबूत होकर बंद हुए। 

Tags:    

Similar News