Aaj Ka Mausam: ओडिशा पर चक्रवात 'जवाद' का खतरा, राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी, जानें मौसम का हाल

Aaj Ka Mausam: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 10 अक्टूबर के आसपास उत्तरी अंडमान सागर में एक निम्न दबाव वाला क्षेत्र बनने की बात कही है, जो कि अगले 4 से 5 दिनों में दक्षिण ओडिशा और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तटों की ओर बढ़ेगा।

Written By :  Shreya
Newstrack :  Network
Update:2021-10-09 07:34 IST

Aaj Ka Mausam: आज का मौसम कैसा रहेगा (Aaj Ka Mausam Kaisa Rahega) और मौसम विभाग (Mausam Vibhag) ने किन राज्यों में बारिश का अलर्ट (Barish Ka Alert) जारी किया है, उससे पहले बात करते हैं कि क्या आप एक और चक्रवात (Chakravat) के लिए तैयार हैं? जी हां, एक और चक्रवात... भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 10 अक्टूबर के आसपास उत्तरी अंडमान सागर में एक निम्न दबाव वाला क्षेत्र बनने की बात कही है, जो कि अगले 4 से 5 दिनों में दक्षिण ओडिशा और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तटों की ओर बढ़ेगा। अभी हाल ही में लगातार दो चक्रवात 'शाहीन' और 'गुलाब' ने दस्तक दी थी और अब देश में एक साइक्लोन का खतरा बन पड़ा है। 

खासतौर से अक्टूबर का महीना ओडिशा (Odisha) के लिए काफी खतरनाक माना जा रहा है, जिसके चलते यहां लोगों में तूफान को लेकर डर बैठ गया है। इस चक्रवात को 'जवाद' (Cyclone Jawad) नाम दिया गया है। आपको बता दें कि राज्य के लिए अक्टूबर महीने को साइक्लोन महीना (Cyclone Month) भी कहा जाता है, क्योंकि ओडिशा के तट पर अधिकतर बड़े चक्रवाती तूफानों की दस्तक इसी महीने में हुई है। यही कारण है कि लोग तूफान को लेकर सहम गए हैं। 

समुद्र में उठती लहरें (फोटो साभार- ट्विटर) 

सबसे खतरनाक चक्रवात तूफान (Sabse Khatarnak Chakrawat)

29 अक्टूबर 1999 में सुपर साइक्लोन तूफान ओ-5बी या पारादीप साइक्लोन ने ओडिशा के पारादीप के पास लैंडफॉल किया था। यह चक्रवात इतना खतरनाक था कि इस तूफान की चपेट में आकर करीब 10 हजार से भी ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी, जबकि 15 लाख लोग बेघर हो गए थे। इसलिए भारत के इतिहास में इस तूफान का जिक्र सबसे खतरनाक तूफान के तौर पर किया जाता है। इसके अलावा 2013, 14, 18 में चक्रवात फेलिन, हुदहुद और तितली भी अक्टूबर में ही आए थे। जबकि इस साल सितंबर चक्रवात गुलाब ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा को प्रभावित किया था। 

चक्रवात का अलर्ट (Cyclone Ka Alert)

फिलहाल चक्रवात के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग की ओर से अलर्ट (Mausam Vibhag Alert) जारी कर दिया गया है। आईएमडी (IMD) ने आज यानी शनिवार सुबह तक येलो वॉर्निंग जारी किया है। जिन 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है, उनमें सुंदगढ़, बारगढ़, झारसुगुडा संबलपुर, देवगढ़, अंगुल, मयूरभंज, कयोनझर, बालासोर के साथ साथ मलकानगिरी, कोरापुट, नवरंगपुर, रायागढ, कालाहांडी, कंधमाल, गजपति और गंजम भी शामिल हैं।  

(फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

आपके राज्य का मौसम का हाल (Aapke Rajya Ka Mausam Ka Hal)

मौसम विभाग ने 9 अक्टूबर 2021 के मौसम की जानकारी देते हुए बताया है कि शनिवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम और भारी बारिश की संभावना है। यहां पर अगले दो दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की बात कही गई है और इस दौरान हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर तक रहने की संभावना है। इसके अलावा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और कोंकण व गोवा में भी मध्यम से भारी बारिश के आसार जताए गए हैं। 

जबकि स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, कर्नाटक और तेलंगाना हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वही पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात में भी बारिश हो सकती है। महाराष्ट्र में भी बारिश की गतिविधियां जारी रहने की बात कही गई है। खासतौर से मुंबई में बारिश अगले 3-4 दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है। फिलहाल आज मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 

मानसून की वापसी (Monsoon Ki Vapasi)

आपको बता दें कि भारत से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी शुरू हो चुकी है, जबकि अगले 3 से 4 दिनों में उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों से भी मानसून की वापसी होने की संभावना जताई गई है। इस दौरान मानसून पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भी पीछे हटेगा। जिसके बाद आप गुलाबी ठंड के लिए तैयार रहिए। क्योंकि मानसून के जाते ही हल्की हल्की ठंड कई राज्यों में दस्तक देने वाली है।   

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