Baba Ka Dhada: कांता प्रसाद ने की आत्महत्या की कोशिश, अस्पताल में भर्ती
Baba Ka Dhada: 'बाबा का ढाबा' के नाम से मशहूर कांता प्रसाद (Kanta Prasad) ने आत्महत्या करने की कोशिश की है।
Baba Ka Dhada: 'बाबा का ढाबा' (Baba Ka Dhada) के नाम से मशहूर कांता प्रसाद (Kanta Prasad) ने आत्महत्या करने की कोशिश की है। फिलहाल उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक, बीते गुरूवार को देर रात में आत्महत्या करने की कोशिश की। कांता प्रसाद ने नींद की गोली खाई थी, जिसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांता प्रसाद को दिल्ली के सफदरजंग (Safdarjung Hospital) अस्पताल में एडमिट किया गया है। हालांकि उनका स्वास्थ्य अब पहले से बेहतर है। वहीं पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई।
डीसीपी ने मामले की दी जानकारी
डीसीपी साउथ अतुल ठाकुर (Atul Thakur) ने बताया है, " 'बाबा का ढाबा' के मालिक 80 वर्षीय कांता प्रसाद को कल रात सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शराब और नींद की गोलियां खाने के बाद वे बेहोश हो गए थे। फिलहाल उनके बेटे का बयान दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।"
कुछ दिन पहले ही बाबा ने मांगी थी माफी
बता दें कि कुछ दिन पहले ही कांता प्रसाद ने एक वीडियो के जरिए यूट्यूबर गौरव वासन से माफी मांगी थी, उस वीडियो में कांता प्रसाद ने कहा था, "मैं अपने जनता जनार्धन से आश्रय करता हूं जो गौरव वासन वो लड़का कोई चोर नहीं था और ना हमने उन्हें कभी चोर कहा है। बस हमसे एक चूक है कि जो हमने कहा था कि गौरव वासन को हमने नहीं बुलाया था वो अपने आप आए थे, हम इसके लिए क्षमा मांगते है और जनता जनार्धन से कहते है कि इसमें मेरी कोई गलती हो तो हमें माफ करना।" जिसके बाद गौरव ने माफ करते हुए "ऑल इज वेल" कहा था और उनके साथ अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर फोटो शेयर की थी।
यूट्यूबर गौरव वासन ने की थी मदद
बताते चलें कि ये वहीं गौरव वासन (Gaurav Wasan) है जो अपने यूट्यूब चैनल के जरिए गरीबों लोगों की मदद करते है। अपनी हेल्पिंग हैंड के लिए मशहूर गौरव ने अक्टूबर 2020 में दिल्ली के मालवीय नगर में स्थित बाबा का ढाबा का वीडियो बनाया था और उसे शेयर करते हुए लोगों को उनके ढाबे पर आकर खाना खाने की गुजारिश की थी। यह वीडियो काफी कम समय में सोशल मीडिया पर छा गया और बाबा का ढाबा रातों रात फेमस हो गया। कांता प्रसाद को आर्थिक स्थिति को देखते हुए लोगों ने उनकी मदद की थी।