बालाकोट हमले के हीरो को राष्ट्रपति ने दिया 'वीर चक्र', अभिनंदन ने PAK का F-16 विमान मार गिराया था
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के ग्रुप कैप्टन (Group Captain) अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) को आज 22 नवंबर 2021 को 'वीर चक्र' से नवाजा गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित सम्मान समारोह में उन्हें नवाजा गया।
Abhinandan Varthaman : भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के ग्रुप कैप्टन (Group Captain) अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) को आज 22 नवंबर 2021 को 'वीर चक्र' से नवाजा गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित सम्मान समारोह में उन्हें नवाजा गया। बता दें, कि बालाकोट एयर स्ट्राइक (Balakot Airstrike) के समय अभिनंदन वायुसेना में विंग कमांडर थे। और उन्होंने अदम्य साहस दिखाते हुए पाकिस्तान के F-16 विमान को मार गिराया था।
गौरतलब है, कि अभिनंदन वर्धमान ने 27 फरवरी, 2019 को वीरता दिखाते हुए एक पाकिस्तानी F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था। हालांकि, इस दौरान उनका मिग- 21 भी क्रैश हो गया था। जिसके बाद अभिनंदन तीन दिनों तक पाकिस्तान के कब्जे में रहे थे।
उनकी इस वीरता से गदगद भारतीय वायु सेना ने उन्हें प्रमोट करते हुए ग्रुप कैप्टन का रैंक दिया है। बता दें, ग्रुप कैप्टन का पद भारतीय सेना में कर्नल रैंक के बराबर होता है। अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तानी लड़ाकू विमान F-16 को मार गिराने के लिए आज शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। इसका ऐलान पहले ही किया जा चुका था।
दरअसल, पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर भारतीय वायुसेना ने आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक की थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। तब पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने भारतीय सीमा में प्नवेश करने की कोशिश की थी। भारत ने पाकिस्तान की ओर से किए गए इस हरकत का करारा जवाब दिया था।
अभिनंदन वर्धमान ने ने मिग-21 से पाकिस्तानी F-16 को मार गिराया था। इस घटना के बाद अभिनंदन की दुनियाभर में प्रशंसा हुई थी। इसकी मुख्य वजह थी, कि F-16 बेहद अत्याधुनिक लड़ाकू विमान था, जिसे अमेरिका ने बनाया था। जबकि, भारतीय लड़ाकू विमान मिग-21 रूस में बनाया गया 60 साल पुराना विमान था। बावजूद अभिनंदन ने उसे मार गिराया।
मिग- 21 विमान गिरने के बाद विंग कमांडर अभिनंदन को काफी देर तो ये पता ही नहीं चला कि वो कहां हैं। लेकिन, जैसे ही उन्हें ये आभास हुआ कि वो पाकिस्तान में हैं, तो उन्होंने अपने पास मौजूद दस्तावेजों को पास के तालाब में फेंक दिए थे। बाकी बचे दस्तावेजों को चबाकर निगल गए थे। ऐसा उन्होंने ऐसा इसलिए किया जिससे की देश के बारे में अहम जानकारी पाकिस्तान के हाथ न लगे।
वहीं, जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान टॉप के आतंकवादियों को मार गिराने के लिए शहीद नायब सूबेदार सोमबीर को मरणोपरांत 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया गया। शहीद की तरफ से उनकी पत्नी और मां ने राष्ट्रपति के हाथों सम्मान प्राप्त किया। सम्मान लेने के दौरान दोनों ही बेहद दोनों भावुक भी हो गईं।
वहीं, पांच आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने वाले मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को भी मरणोपरांत 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी मां को यह पुरस्कार प्रदान किया।
वहीं, पांच आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने वाले मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को भी मरणोपरांत 'शौर्य चक्र' से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी मां को यह पुरस्कार प्रदान किया। अलावा कई अन्य शूरवीरों को भी सम्मानित किया गया ।