बीजेपी के खिलाफ 19 पार्टियों संग सोनिया ने दिखाई विपक्ष की ताकत, SP ने दिया झटका
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वर्चुअली आयोजित की गई बैठक में कांग्रेस समेत 19 दलों के नेता शामिल हुए हैं।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी 20 अगस्त यानी शुक्रवार को विभिन्न विपक्षी दलों के साथ बैठक कर रही हैं। वर्चुअली आयोजित की गई बैठक में कांग्रेस समेत 19 दलों के नेता शामिल हुए हैं। हालांकि, चौंकाने वाली बात यह रही है कि समाजवादी पार्टी ने बैठक से दूरी बनाए रखी है। 19 दलों में कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, डीएमके, शिवसेना, जेएमएम, सीपीआई, सीपीएम, एनसी, आरजेडी, एआईयूडीएफ आदि के नेता शामिल हुए हैं।
इन विपक्षी दलों के नेता हुए शामिल
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने बैठक से दूरी बनाई हुई, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को न्योता नहीं दिया गया है। माना जा रहा है कि बैठक के जरिए विपक्ष अपनी ताकत दिखाएगा. विपक्षी दल के नेता जोकि इस बैठक में शामिल हुए हैं, उनमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी शामिल हैं। सूत्रों ने जानकारी दी है कि बैठक में बीएसपी को भी बैठक में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया था, लेकिन पार्टी इस बैठक में शामिल नहीं हुई।
इन मुद्दों को लेकर की गई बैठक
सूत्रों के मुताबिक, बैठक के बाद विपक्षी नेताओं का संयुक्त प्रस्ताव या बयान जारी किया जा सकता है। एक शीर्ष सूत्र ने बताया कि यह बैठक संसद के मॉनसून सत्र, देश की सुस्त अर्थव्यवस्था, कोरोना महामारी का मिसमैनेजमेंट, पेगासस जासूसी विवाद, किसान आंदोलन जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
कांग्रेस से नहीं मिला निमंत्रण: AAP
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने विपक्षी दलों के साथ सोनिया गांधी की बैठक को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि पार्टी को कांग्रेस की ओर से न्योता नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि ना तो केंद्र सरकार की ओर से 26 जनवरी या फिर 15 अगस्त पर न्योता दिया जाता है और न ही बीजेपी-कांग्रेस हमें इनवाइट करती है।
मानसून सत्र के बाद दिखेगी विपक्ष की एकता
बैठक का उद्देश्य संसद के हाल ही में संपन्न मानसून सत्र के बाद विपक्षी एकता को और मजबूत करना है। चार सप्ताह के लंबे सत्र में राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में एक नया विपक्ष देखा गया था। राहुल गांधी की उपस्थिति ने संसद के दोनों सदनों में विपक्ष को एकजुट करने के प्रयासों को और बढ़ावा दिया था। सोनिया गांधी की इस बैठक को विपक्ष के बीच कांग्रेस की स्थिति को और मजबूत दिखाने के उद्देश्य से उठाए गए कदम के रूप में भी देखा जा रहा है। 9 अगस्त को कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने भी एक डिनर पार्टी रखी थी, जिसमें कई शीर्ष विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया था।