तीसरी लहर से निपटने के लिए PHDCCI ने सरकार को इन पांच रणनीति पर काम करने की दी सलाह

कोरोना की दूसरी लहर में ही सरकारी तंत्र विफल दिखा ऐसे में तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए उद्योग मंडल ने सरकार को सलाह देते हुए पांच रणनीतियों पर काम करने का सुझाव दिया है

Written By :  Pallavi Srivastava
Update:2021-06-09 15:59 IST

PHDCCI Advice: पूरा विश्व जहां कोरोना महामारी से जूझ रहा है। हर देश अपने स्तर पर वायरस से छुटकारा पाने के लिए कार्यरत है। वहीं भारत देश भी लगातार वैक्सीनेशन के जरिये वायरस पर विजय प्राप्त करने की कोशिश में जुटा है।पहली लहर का प्रकोप देश में कम था मगर दूसरी से पूरा देश सहम गया है। वहीं वैज्ञानिको और शोध कर्ताओं के द्वारा तीसरी लहर की चेतावनी से सरकार और भी चैकन्नी हो गयी है। और देश का हर राज्य अपने-अपने स्तर पर तीसरी लहर से निपटने के लिए हर संभव इंतजाम कर रहा है। मेडिकल से जुड़ी सेवाओं का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि तीसरी लहर बच्चों को सबसे ज्यादा इफेक्ट करेगी ऐसे में वायरस को फैलने से रोकना ही एक मात्र उपाय है।

बता दें कि देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की संभावना को रोकने के लिए उद्योग मंडल (PHDCCI) ने सरकार को पांच स्तरीय रणनीति पर काम करने की सलाह दी है। आइये जानते हैं क्या है सलाह-

पहली रणनीति- लाॅकडाउन

उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री(PHDCCI) ने सरकार को तीसरी लहरे से बचने के लिए पहली रणनीति लाॅकडाउन को बताया है। PHDCCI ने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि जहां जहां 500 या अधिक कोरोना के केस हैं वहां लाॅकडाउन लगा दें। ताकि वायरस का फैलाव न हो सके।

दूसरी रणनीति- टीकाकरण

PHDCCI ने दूसरी सलाह में सरकार को टीकाकरण पर जोर देने को कहा। उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने सलाह दी कि अगले 3 से 4 महीने में सरकार देश की आधी आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य रखे। तभी संभव है तीसरी लहर से लड़ पाना।

तीसरी रणनीति- सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क

उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने सलाह देते हुए कहा कि सरकार मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे सख्त नियमों का पालन करवाये। जिससे वायरस पर काबू पाया जा सके। साथ ही माइक्रो कंटेनमेंट जोन भी बनाया जाए जिससे संक्रमण से ज्यादा लोग प्रभावित न हो सकें।


चौथी रणनीति- मेडिकल सुविधा पर फोकस

PHDCCI ने चैथी रणनीति बताते हुए कहा कि राज्य सरकार को अपने स्तर पर मेडिकल सुविधा की तैयारी पहले से कर लेनी चाहिए। जैसे ऑक्सीजन, आईसीयू, वेन्टीलेटर बेड, पर्याप्त डाॅक्टरों व नर्सों की व्यवस्था सुनिश्चित कर लेनी होगी। ताकि समय पड़ने पर किल्लत न हो।

पांचवी राणनीति- स्वास्थ्य व्यवस्था करे मजबूत

उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने अपनी पांचवीं सलाह में सरकार से कहा है कि आने वाले तीन महीनों में देश स्वास्थ्य व्यवस्था में गुणवत्ता लाए। साथ ही स्वास्थ्य ढांचे की क्षमता को युद्ध स्तर पर बढ़ाये।

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