Cyclone Yaas से सावधान, जल्द दस्तक देगा तूफान यास, पीएम मोदी ने बुलाई बैठक

Cyclone Yaas : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे राष्ट्रीय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।

Published By :  Shivani
Update: 2021-05-23 04:34 GMT

तूफान यास पर पीएम मोदी की बैठक (Design Photo)

Cyclone Yaas: ताउते (Cyclone Tauktae) के बाद अब चक्रवाती तूफान यास बंगाल की खाड़ी में दस्तक देने वाला है। 26 मई की शाम तक तूफान यास के पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तट से टकराने को लेकर अलर्ट जारी हो गया है। वहीं तूफान से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उच्च अधिकारियों की बैठक बुलाई है। 11 बजे पीएम मोदी चक्रवाती तूफ़ान यास को लेकर बैठक में चर्चा करेंगे। इसके साथ ही एनडीआरएफ की 65 टीमें भी तैनात कर दी गयी हैं। 

चक्रवाती तूफान तौकते के महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा समेत कई राज्यों में कहर मचाने के बाद अब दूसरा साइक्लोन तूफान देश में दस्तक देने के लिए बिल्कुल तैयार है। अभी देश तौकते द्वारा मचाई गई तबाही से उभरा नहीं है कि अब तूफान यास का खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है।

पीएम मोदी करेंगे समीक्षा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे राष्ट्रीय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और तूफान यास से निपटने की तैयारियों पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में दूरसंचार, बिजली, नागरिक उड्डयन और पृथ्वी विज्ञान के मंत्रालयों के सचिव शामिल रहेंगे। वहीं गृह मंत्री अमित शाह और अन्य मंत्रियों की भी मौजूदगी रहेगी।


इसके पहले कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक हुई। जिसमें यास से निपटने के लिए केंद्र, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों, एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की गई।

26 मई को टकराएगा यास

वहीं भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने चक्रवाती तूफान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यास 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल और समीपवर्ती उत्तरी ओडिशा के तट पर पहुंच सकता है। अगर यास की दस्तक होती है तो 155 से लेकर 165 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं और तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश व तूफानी लहरें उठने की आशंका है।

एनडीआरएफ की 65 टीमें तैनात

ऐसे में तैयारियां शुरू हो गयी हैं। तूफ़ान आने की स्थिति में लोगों की सहूलियत के लिए खाद्यान्न, पेयजल और अन्य जरूरी वस्‍तुओं की आपूर्ति के लिए पर्याप्त स्टॉक की व्यवस्था की गई है। बिजली और दूरसंचार सेवा भी सुचारु तौर पर जारी रहे, इसके लिए जरुरी इंतज़ाम किये गए हैं। राहत बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 65 टीमें तैनात कर दी गयी हैं, साथ ही 20 अतिरिक्त टीमों को भी तैयार रखा गया है। भारतीय सेनाओं को भी अलर्ट कर दिया गया है। जहाज और विमान के साथ थल सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के रेस्क्यू दल तैनात हो गए हैं। 


अस्पतालों में भी खास इंतजाम किए गए हैं, ख़ास कर कोविड केयर सेंटरों पर ताकि तूफ़ान की स्थिति में अस्पतालों में कोरोना मरीजों को किसी तरह की समस्या न हो। इसके लिए ऑक्सीजन का उत्पादन और आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा रही है। संक्रमितों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और कोविड अस्पतालों का कामकाज में बिना किसी रुकावट जारी रहे, इसके लिए भी निर्देश जारी किये गए हैं। 

इससे पहले अम्फान ने भी मचाई थी तबाही

आपको बता दें कि चक्रवात तूफान यास से पहले अम्फान ने बंगाल और ओडिशा में काफी तबाही मचाई थी। ऐसे में अगर कोरोना वायरस संकट के बीच अगर एक बार फिर से तूफान तबाही मचाता है तो राज्य के सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक, चक्रवात तूफान यास के 26 मई को बंगाल, ओडिशा के तट से टकराने की संभावना है। ऐसे में बंगाल, ओडिशा और झारखंड में इस तूफान को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। IMD के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि अगर तूफान यास मजबूत हुआ तो ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में 25 मई की शाम से भारी बारिश हो सकती है।

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