Delhi: EOW की कार्रवाई, कंपनी फंड में 13 करोड़ रुपये से अधिक का फ्रॉड करने वाला असिस्टेंट अकाउंट मैनेजर गिरफ्तार

एल्डेको ग्रुप ऑफ कंपनीज के फंड से 13 करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा करने के मामले में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने कंपनी के ही सहायक प्रबंधक शुभम सक्सेना को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने तीन फर्जी फर्म बनाकर कंपनी के खाते से पैसे फर्म के बैंक खाते में भेजे थे।

Newstrack :  Network
Published By :  Deepak Kumar
Update:2021-11-10 08:19 IST

Raebareli: रायबरेली पुलिस ने फर्जी कंपनियों के जरिये 50 करोड़ से ज्यादा इन्वेस्ट कराने वाला कंपनी डायरेक्टर गिरफ्तार।

New Delhi: कंपनी के फंड से 13 करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा करने के मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने कंपनी के ही सहायक प्रबंधक को गिरफ्तार (Assistant Account Manager Shubham Saxena arrest) किया है। आरोपित ने तीन फर्जी फर्म बनाकर कंपनी के खाते से पैसे फर्म के बैंक खाते में भेजे थे। जब कंपनी के द्वारा इंटरनल आडिट की गई जब फर्जीवाड़ा का पता चला। फिलहाल पुलिस आरोपित को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।

इस मामले के बारे में EOW के एडिशनल कमिश्नर आर के सिंह (Additional Commissioner RK Singh) ने बताया कि उन्हें एल्डेको ग्रुप ऑफ कंपनीज (Eldeco Group Of Companies) की तरफ से एक शिकायत मिली थी। शिकायत में बताया गया कि कंपनी के असिस्टेंट अकाउंट मैनेजर शुभम सक्सेना (Assistant Account Manager Shubham Saxena) ने कंपनी के फंड से गबन किया है। शिकायत में आरोप लगाया गया कि कंपनी के फंड को फर्जी विक्रेताओं और फर्मों के खातों के जरिए शुभम सक्सेना के निजी खाते में ट्रांसफर किया गया। इतना ही नहीं शिकायतकर्ता ने शिकायत में ये भी बताया कि धोखाधड़ी के बारे अगस्त के महीने में पता चला वो भी तब जब कुछ अमाउंट एक विक्रेता को दो बार ट्रांसफर किया गया।

13.65 करोड़ रुपये का किया गबन

बताया जा रहा है कि 2018 के बाद से ही शुभम सक्सेना ने एल्डेको ग्रुप ऑफ कंपनीज (Eldeco Group Of Companies) और उसकी कंपनी से जुड़ी कंपनियों के नाम से मिलती जुलती कंपनियों के फर्जी अकाउंट खोल और करोड़ों रुपये की ठगी (fraud of crores rupees) की है। आरोप के मुताबिक 13.65 करोड़ रुपये का गबन किया गया।

पुलिस ने कंपनी के बैंक व अन्य दस्तावेज खंगाले। जांच में यह पता चला कि इंटरनेट बैंकिंग (Internet Banking) के जरिये अधिकांश रकम को बैंक खातों में भेजा गया था। इसमें शुभम सक्सेना (Assistant Account Manager Shubham Saxena) के मोबाइल नंबर और ईमेल आइडी का इस्तेमाल किया गया था। आरोपित ने तीन फर्म अपनी पत्नी व मां के नाम से बनाई थी। उसने फर्जी बिल बनाए और इन्हें पास कर पैसे भेजे थे।

2009 से था असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत

पुलिस के मुताबिक आरोपी शुभम साल 2009 से कंपनी के अकाउंट विभाग में बतौर असिस्टेंट मैनेजर (Assistant Account Manager Shubham Saxena) के पद पर था। उसने अपने नाम से अपनी पत्नी के नाम से और अपनी मां के नाम से तीन फर्म बनाई थी। जांच में सामने आया कि फर्जी वेंडर को अमाउंट देने के बाद (तो )सभी डॉक्यूमेंट को नष्ट कर देता था। जब शुभम को पता चला कि उस पर केस दर्ज हो चुका है तो वो फरार हो गया था। पुलिस (Delho Police) ने शुभम को ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) से गिरफ्तार किया।

आरोपी ने निकाल ली थी काफी रकम

जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी शुभम ने काफी नकद अकाउंट से निकाल लिया था और यह पैसे उसने सलून बनाने और कई मकानों में भी लगाया। इसके अलावा उसने ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में दो फ्लैट, दो दुकान खरीदी, पुलिस को उसके पास से हुंडई क्रेटा और मारुति सियाज की खरीद से जुड़े दस्तावेज भी बरामद हुए है। आरोपी ने इग्नू से बीकॉम किया है।

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