14 साल की उम्र में एक बाल मजदूर ने देखा था कुछ बड़ा करने का सपना, अब मोदी कैबिनेट में हुए शामिल
पश्चिम बंगाल में 14 साल के एक बाल मजदूर ने सपना देखा था कि वह एक दिन कुछ बड़ा करेगा और इसके लिए खूब प्रयास भी करेगा।
नई दिल्ली. अक्सर आम जनता जब भी नेताओं, विधायकों और मंत्रियों को देखती है तो उन्हें लगता है कि नेताओं को बिना किसी मेहनत के ही तमाम ऐसे संसाधन है, मिल जाते हैं जिनकी एक आम आदमी कल्पना भी नहीं कर सकता है, लेकिन आज हम एक ऐसे नेता की कहानी बताने जा रहे हैं जो अपने आप में एक प्रेरणा है। पश्चिम बंगाल में 14 साल के एक बाल मजदूर ने सपना देखा था कि वह एक दिन कुछ बड़ा करेगा और इसके लिए खूब प्रयास भी करेगा। ये सपना देखने वाले कोई और नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट (Modi Cabinate) में शामिल हुए सांसद जॉन बार्ला हैं। आइए हम आपको बताते है उनके जीवन, राजनीति परिचय के बारे में।
बीजेपी सांसद जॉन बार्ला (John Barla) जलपाईगुड़ी के रहने वाले हैं। वह बेहद गरीब परिवार से संबंध रखते थे, उन्होंने विषम परिस्थितयों में आगे बढ़कर पहले बीजेपी से सांसद बने और अब मोदी की कैबिनेट में पहुंच गए है, उनका जीवन सरल नहीं था, बहुत सी ऐसी बाधाएं आई जिनका उन्होंने डटकर मुकाबला किया। दरअसल, बीजेपी सांसद जब 14 साल के थे तो उन्होंने चाय के बगान (Tea Garden) में मजदूरी का काम किया, इस दौरान उन्हें ये एहसास हो गया था कि मजदूरी से न उनका गुजारा होगा और न ही उनके परिवार का । फिर उन्होंने कुछ बड़ा करने का सपना देखा और अपनी लग्न और मेहनत के दम पर वह मोदी सरकार के मंत्री हो गए हैं। जॉन बार्ला साल 2019 में लोकसभा चुनाव जीतकर पहली बार संसद पहुंचे थे। वह अभी अलीपुरद्वार से सांसद हैं।
बंगाल में मजदूरों के हित और अधिकारों के लिए काम
सांसद ने मजदूरों के हित और उनके अधिकारियों के लिए कई आंदोलन कई आंदोलन कर चुके हैं, साथ ही उत्तर बंगाल के साथ असम के चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों के लिए भी काफी काम किया। सांसद का कहना है कि उन्होंने मजदूरी और गरीबी बहुत करीब से देखी है, मजदूरों को उनका हक मिलना चाहिए।
राष्ट्रपति ने 43 मंत्रियों को दिलाई शपथ
बता दें कि बुधवार की शाम मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला कैबिनेट विस्तार हुआ है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई, जिनमें कुछ नए और कुछ पुराने मंत्री शामिल हैं।