ममता ने पेगासस जासूसी कांड पर केंद्र को घेरा, सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग, सरकार पर बढ़ाया दबाव
Mamata Banerjee Slams BJP: पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता ने पेगासस जासूसी कांड को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया और इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की।
Mamata Banerjee Slams BJP: पश्चिम बंगाल (West Bengal CM) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मुखिया ममता बनर्जी की दिल्ली यात्रा सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद पहली बार दिल्ली के दौरे पर पहुंची ममता बनर्जी ने मंगलवार को कांग्रेस के कई नेताओं के साथ मुलाकात के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Mamata Banerjee Meets Narendra Modi) से भी मुलाकात की।
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे पर तीखे आरोप लगाने वाले इन दोनों नेताओं की मुलाकात पर हर किसी की नजर टिकी हुई थी। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता ने पेगासस जासूसी कांड (Pegasus Spyware) को लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया और इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक (Sarvadaliy Baithak) बुलाने की मांग की। दिल्ली यात्रा पर रवाना होने से पहले ही ममता ने कैबिनेट की बैठक के बाद पेगासस जासूसी कांड की जांच के लिए आयोग का गठन करने की घोषणा की थी। संसद के मानसून सत्र के दौरान उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सबसे तीखे तेवर अपना रखे हैं।
तल्ख रिश्तों के बीच पीएम मोदी से मुलाकात
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा के मंसूबों को ध्वस्त करने के बाद ममता का सियासी कद काफी बढ़ चुका है और यही कारण है कि उनके दिल्ली दौरे पर हर किसी की नजर लगी हुई है। मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ममता से मुलाकात की। इन मुलाकातों के बाद ममता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के लिए उनके आवास पर पहुंचीं।
तल्ख रिश्तों के बीच हुई इस मुलाकात के दौरान ममता ने पश्चिम बंगाल को जनसंख्या के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने राज्य में वैक्सीन को लेकर पैदा हुए संकट की ओर प्रधानमंत्री का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि जनसंख्या के हिसाब से पश्चिम बंगाल को कम वैक्सीन मुहैया कराई गई है जिससे वैक्सीनेशन का काम प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ तीसरी लहर आने की आशंका जता रहे हैं। इसलिए राज्य को पहले ही वैक्सीन उपलब्ध कराई जानी चाहिए। पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान ममता ने राज्य का नाम बदलने की बात भी उठाई। बाद में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस मामले पर गौर फरमाने का आश्वासन दिया है।
पेगासस कांड पर तृणमूल का तीखा तेवर
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पेगासस जासूसी कांड एक गंभीर मुद्दा है और इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर जल्द से जल्द सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। खास बात यह है कि ममता की पीएम मोदी से मुलाकात ऐसे समय हुई जबकि उनकी पार्टी ने इस मामले को लेकर संसद में सबसे ज्यादा तीखा तेवर अपना रखा है।
तृणमूल कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी दे रखी है कि जब तक इस मामले में जेपीसी जांच की घोषणा नहीं की जाएगी तब तक संसद नहीं चलने दी जाएगी। ममता को तृणमूल कांग्रेस संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष पहले ही चुना जा चुका है और माना जा रहा है कि उनके निर्देश पर ही टीएमसी ने इस मामले को सियासी रूप से गरमा रखा है। सरकार की ओर से इस मामले में गतिरोध समाप्त करने की हर पहल अभी तक नाकाम साबित हुई है।
नेतृत्व के सवाल को टाल गईं ममता
जानकार सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ और आनंद शर्मा से मुलाकात के दौरान ममता ने देश की सियासी स्थिति पर चर्चा की। ममता का बुधवार को सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात का माना जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस 2024 की सियासी जंग में ममता को विपक्ष का चेहरा बनाने की मुहिम में जुटी हुई है।
दूसरी ओर कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने बयान दिया है कि भाजपा के खिलाफ विपक्ष के किसी भी मोर्चे की अगुवाई यूपीए की मुखिया सोनिया गांधी ही करेंगी। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष से ममता की मुलाकात पर हर किसी की नजर लगी हुई है। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान ममता ने कहा कि विपक्ष की एकता अपने आप आकार लेगी। हालांकि नेतृत्व के मुद्दे पर पूछे गए सवाल को वे टाल गईं। सियासी जानकारों का कहना है कि ममता सही मौके का इंतजार कर रही हैं और विपक्ष के कुछ नेताओं की ओर से उनके नाम की वकालत भी की जा रही है।
अब सोनिया से मुलाकात पर टिकी नजर (Mamata Sonia
ममता बनर्जी आज सोनिया गांधी के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात करेंगी। केजरीवाल विभिन्न मुद्दों पर ममता बनर्जी का समर्थन करते रहे हैं। भाजपा के खिलाफ दोनों नेताओं ने मोर्चा खोल रखा है। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों नेताओं की मुलाकात में विपक्ष की रणनीति पर चर्चा होगी। इसके साथ ही ममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी करेंगी।
माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान वे अपने पार्टी के सांसदों को मानसून सत्र की रणनीति के संबंध में दिशानिर्देश भी देंगी। विपक्ष के कुछ और नेताओं के साथ भी ममता की बैठक होने की संभावना है। इन बैठकों में विपक्ष के नेताओं के रुख पर ही ममता की भावी रणनीति तय होगी। हालांकि उनकी पार्टी ने उन्हें 2024 की सियासी जंग में विपक्ष का चेहरा बनाने की मुहिम छेड़ रखी है। अब इस मामले में विपक्ष के नेताओं की प्रतिक्रिया का इंतजार है।