Opposition Politcs: BJP को हराने के लिए बनेगी संयुक्त समन्वय समिति
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में हुई 19 विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक में समन्वय समिति के गठन पर सहमति बनी..
विपक्षी एकजुटता की सियासी पहल को कार्यान्वित करने की जरूरत को देखते हुए संयुक्त समन्वय समिति बनाए जाने के संकेत हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में शुक्रवार को हुई 19 विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक में समन्वय समिति के गठन पर सहमति बनी।
बीजेपी के खिलाफ संयुक्त समन्वय समिति का गठन
सोनिया गांधी ने बीजेपी सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियों को एक साथ होकर कार्य करने का फैसला किया है। उन्होंने विपक्षी पार्टियों के राजनीतिक अभियान से लेकर आंदोलनों को और प्रभावी बनाने के मकसद से संयुक्त समन्वय समिति के गठन की तैयारी कर रही है।
संयुक्त समन्वय समिति 8 से 10 प्रमुख दलों के नेता हो सकते हैं
संयुक्त समन्वय समिति के गठन को लेकर कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि इस समिति में विपक्ष के 8 से 10 प्रमुख दलों के नेताओं के शामिल होने की संभावना है। यह संसद में विपक्षी दलों के बीच रणनीति तय करने के लिए बनी नेताओं की टीम की तरह होगी।
ममता बनर्जी के सुझाव पर इन्होंने भी जताई सहमति
सूत्रों के मुताबिक, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने समन्वय समिति के गठन का सुझाव दिया है और इसकी जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ विपक्ष की पार्टियों का एक साथ आना जरूरी है। इतना ही नहीं राष्ट्रीय और राजनीतिक मुद्दों पर विपक्षी दलों के बीच निरंतर आपसी संवाद व समन्वय का सिलसिला बना रहे। ममता बनर्जी के इस सुझाव पर सोनिया गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने भी अपनी सहमति दी है।
इन मुद्दों को लेकर प्रदर्शन करेगी विपक्षी एकजुटता
बताया जा रहा है की विपक्षी दलों ने पेगासस जासूसी कांड, महंगाई, बेरोजगारी, कृषि कानूनों को रद्द करने और कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोगों के जान गंवाने के खिलाफ 20 से 30 सितंबर तक विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।
विपक्षी एकजुटता का पहला कार्यक्रम होगा
2024 में आने वाले चुनाव को लेकर विपक्षी एकजुटता का विरोध प्रदर्शन करने का यह कार्यक्रम का पहला मौका है, जब विपक्ष की 19 पार्टियों ने एकजुट होकर इन मुद्दों पर सरकार को संसद के बाद सड़क पर घेरने का फैसला किया है।