केंद्रीय गृह मंत्री ने की विशेष अभियान पदकों की घोषणा, ITBP को मिले सबसे अधिक 260 पदक
दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, केरल और कर्नाटक में पुलिस बल के 390 से अधिक कर्मियों के साथ-साथ एनआईए (NIA), सीआईएसएफ (CISF), एनडीआरएफ (NDRF) और आईटीबीपी (ITBP) के जवानों को पदक के लिए नामित किया गया है।
New Delhi : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रविवार को विगत वर्ष के लिए "केंद्रीय गृह मंत्री के विशेष ऑपरेशन पदक" के विजेताओं की घोषणा की है। दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, केरल और कर्नाटक में पुलिस बल के 390 से अधिक कर्मियों के साथ-साथ एनआईए (NIA), सीआईएसएफ (CISF), एनडीआरएफ (NDRF) और आईटीबीपी (ITBP) के जवानों को पदक के लिए नामित किया गया है।
यह पदक सुरक्षा बलों को आतंकवाद, सीमा कार्रवाई, हथियार नियंत्रण, नशीले पदार्थों की तस्करी की रोकथाम और बचाव कार्यों जैसे क्षेत्रों में विशेष अभियानों के लिए प्रदान किया जाता है। इस पदक को 2018 में पहली बार केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राज्य और केंद्र शासित प्रदेश पुलिस बलों, केंद्रीय पुलिस संगठनों (CPO), केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPSF) और पूरे देश में अन्य सुरक्षा संगठनों को के लिए अधिसूचित किया गया था।
16 कर्मियों पदक से सम्मानित
पदक घोषणा आयोजन के मौके पर वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी सोनिया नारंग की मौजूदगी में गृह मंत्रालय द्वारा दी गई सूचना के अनुसार, इस साल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के 16 कर्मियों को पदक से सम्मानित किया जाएगा।
2002 बैच के IPS अधिकारी सोनिया नारंग को 2019 के पुलवामा हमले को सफलतापूर्वक हल करने के लिए वर्ष 2016 के गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था।
वर्तमान में सोनिया नारंग प्रवर्तन निदेशालय (ED) में अतिरिक्त निदेशक के रूप में तैनात हैं।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडेय ने इस विशेष अवसर पर खुशी के साथ जानकारी साझा करते हुए कहा कि-"भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के 260 कर्मियों को इस वर्ष पदक से सम्मानित किया गया है। आईटीबीपी के जवानों के कर्तव्य के प्रति समर्पण को ध्यान में रखते हुए तथा पूर्वी लद्दाख में बल द्वारा विशेष अभियानों के लिए हमें केंद्रीय गृह मंत्री के विशेष ऑपरेशन पदक से सम्मानित किया गया है।"
आईटीबीपी के 260 कर्मियों को मिलने वाला यह पदक किसी भी अन्य संगठन को एक अवसर पर मिलने वाला केंद्रीय गृह मंत्री के विशेष अभियान पदकों की सर्वाधिक संख्या है।
पुरस्कार पाने वाले लोगों में विशेष तौर पर तत्कालीन आईजी नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर (आईटीबीपी) दीपम सेठ का नाम शामिल है जो कि वरिष्ठ सर्वोच्च सैन्य कमांडर (SHMC) स्तर की वार्ता के लिए 10 सदस्यी भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी रह चुके हैं।