PM Modi Germany Visit: यूक्रेन संघर्ष का खामियाजा गरीब और विकाशसील देश भुगत रहे, जर्मनी में बोले पीएम मोदी

PM Modi Germany Visit: पश्चिम के देशों द्वारा भारत पर लगातार बनाए जा रहे दवाब के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के स्टैंड स्पष्ट करते हुए कहा कि हम शांति के पक्ष में हैं।

Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2022-05-02 17:37 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: Photo - Social Media

Berlin: रूस यूक्रेन जंग (russia ukraine war) की आग में तप रहे यूरोप की यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी। पश्चिम के देशों द्वारा भारत पर लगातार बनाए जा रहे दवाब के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के स्टैंड स्पष्ट करते हुए कहा कि हम शांति के पक्ष में हैं। हमारा मानना है कि इस जंग में किसी भी पक्ष की जीत नहीं होगी बल्कि सभी का नुकसान होगा। जंग के कारण दुनिया में तेल समेत अन्य चीजें महंगी हो रही है।

विकासशील और गरीब देशों पर नकारात्मक असर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट का जिक्र करते हुए कहा कि हमने शुरूआत में ही दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम का आह्वान किया और इस बात पर जोर दिया था कि विवाद सुलझाने का एकमात्र उपाय बातचीत ही है। युद्ध के कारण मची उथल- पूथल से आज तेल की कीमतें आसमान छू रही है। खाद्यान और खाद की कमी हो रही है। इससे दुनिया का हर परिवार प्रभावित हो रहा है। लेकिन सबसे अधिक खामियाजा विकाशसील और गरीब देशों को भुगतना पड़ रहा है।

भारत –जर्मनी के बीच ग्रीन एनर्जी समझौता (Green Energy Agreement between India and Germany)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने भारत –जर्मनी के बीच ग्रीन एनर्जी और सतत ऊर्जा को लेकर एक अहम अग्रीमेंट साइन किए हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत और जर्मनी मिलकर ग्रीन हाइड्रोजन टास्क फोर्स का गठन करेंगे। भारत यूरोपियन यूनियन के साथ फ्री ट्रेड अग्रीमेंट करने की प्रक्रिया तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों देशों के बीच जो समझौता हुआ है उसके तहत भारत को 2030 तक साफ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए 10.5 अरब डॉलर की आर्थिक आर्थिक सहायता मिलेगी। इसके अलावा पीएम मोदी ने जर्मनी को भारत के आत्मनिर्भर अभियान में भी भागीदारी करने का न्यौता दिया है।

वहीं जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने एशिया में भारत को अपना सुपर पार्टनर बताते हुए कहा कि भारत हिंद – प्रशांत क्षेत्र में हमारा एक अहम साझेदार है। उन्होंने जून में होने वाली जी 7 की बैठक में शामिल होने का न्यौता भी पीएम मोदी को दिया है।

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