Russia Ukraine War: यूक्रेन में फंसे भारतीयों को जल्द वापस लाने की तैयारी, सारा खर्च उठाएगी सरकार
यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए राहत की बात ये है कि केंद्र सरकार ने अब यूक्रेन फ्लाइट्स भेजने का फैसला किया है।
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (russia ukraine war) के चलते भारतीयों के लिए बड़ी खबर आ रही है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए राहत की बात ये है कि केंद्र सरकार ने अब यूक्रेन फ्लाइट्स भेजने का फैसला किया है। वहां फंसे भारतीयों को वापस लेने के लिए सरकार तैयारी कर रही है। साथ ही यूक्रेन में युद्ध के बीच फंसे भारतीयों की वापस लाने का खर्च भी भारत सरकार ही उठाएगी।
दरअसल सूत्रों से सामने आई रिपोर्ट में ये कहा जा रहा है कि भारत सरकार यूक्रेन में भारतीयों के लिए निकासी उड़ानों का आयोजन कर रही है। जिससे वहां फंसे भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द भारत लाया जा सके। साथ ही नागरिकों की वापसी का पूरा खर्च भारत सरकार ही उठाएगी।
यूक्रेन के हॉस्टल में बचा सिर्फ तीन दिन का राशन
साथ ही यूक्रेन में युद्ध छिड़ने के बाद एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले तीन छात्रों को 26 फरवरी को यूक्रेन से फ्लाइट पकड़नी थी। लेकिन वहां फंसे छात्रों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। छात्र गोलाबारी से बचने के लिए हॉस्टल में बने मिनी बंकर में अंडरग्राउंड हैं। छात्रों का कहना है कि हॉस्टल में सिर्फ तीन दिन का राशन बचा है। इसके बाद हालात और बिगड़ जाएंगे।
यूक्रेन में युद्ध शुरू हो जाने के बाद वहां एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे गोरखपुर के तीन छात्र उड़ान रद्द हो जाने से शुक्रवार को अपने देश नहीं आ पाएंगे। तीनों के परिजनों ने 80-80 हजार रुपये खर्च कर फ्लाइट में टिकट बुक कराया था। अचानक यूक्रेन पर हमला हो जाने से वहां अफरा-तफरी मचने के साथ ही माहौल पूरी तरह से बदल गया है।
यूक्रेन के यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस करने वाले बिछिया निवासी मनु श्रीवास्तव का कहना है कि 'भारतीय दूतावास के अधिकारी संपर्क में है। हमें बंकर में शिफ्ट कर दिया गया है। द्वितीय विश्वयुद्ध में बने बंकर में हम शिफ्ट हो गए हैं। पोलैंड और हंगरी के रास्ते हम लोगों को निकालने का आश्वासन मिला है।' पिता अतुल श्रीवास्तव का कहना है कि 'बेटे ने बताया कि बम गिरने से ऐसा लगा कि भूकंप आ गया है। हर तरफ बगबारी से बुरी स्थिति है। मौत का नंगा नाच हो रहा है। बच्चे खौफ में हैं।'
पापा! मत रो हम लौट आएंगे
गोरखपुर की रजही निवासी शिवांगी जेप्रोजिया स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी यूक्रेन में पढ़ती हैं। उनका कहना है कि यूक्रेन में जहां हम रह रहे हैं वहां से करीब 80 किलोमीटर दूरी पर बममारी हुई है। हमलोगों ने धमाके की आवाज सुनी है। चारो तरफ डर का माहौल है। जहां हम रह रहे हैं वहां भी कर्फ्यू जैसा माहौल बन गया है। केवल सुपर मार्केट ही खुला है। हवाईअड्डे के पास हुए विस्फोटों के कारण यूक्रेन से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।