Tahawwur Rana: तहव्वुर राणा केस में कोर्ट की बड़ी टिप्पणी, कहा- मुंबई के अलावा अन्य राज्यों पर भी बनाया गया था निशाना

Tahawwur Rana: मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को लेकर पटियाला हाऊस की विशेष एनआईए अदालत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राणा से गवाहों और सबूतों से रूबरू होना बहुत जरूरी है यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।;

Update:2025-04-14 17:58 IST

Tahawwur Rana

Tahawwur Rana: मुंबई में हुए आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को लेकर पटियाला हाऊस की विशेष एनआईए अदालत ने इस पूरे मामले को लेकर कहा कि आतंकी का गवाहों और सबूतों से सामना होना बहुत जरूरी है। जिससे कि पूछताछ के समय पूरी साजिश का पता लगाया जा सके। यह मामला हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। फिलहाल तहव्वुर राणा से पूछताछ के लिए उसे एनआईए कोर्ट ने 18 दिनों की रिमांड पर भेजा है। रिमांड नोट में यह साफ़ तौर पर लिखा है कि साजिश की सीमा भारत से बाहर तक फैली है।

इस मामले में कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि यह साजिश सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है इसके तार अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जुड़े हैं। उस हमले में कई शहरों को टारगेट किया गया था। कोर्ट ने शहर का नाम लेते हुए कहा की भारत के कई शहरों सहित राजधानी दिल्ली को भी निशाना बनाया गया था। इसीलिए तहव्वुर राणा और उसके साथियों द्वारा की गई रेकी की जांच बहुत जरूरी है।

साजिश बहुत गहरी है- कोर्ट

अदालत ने इस मामले में टिप्पणी करते हुए कहा कि तहव्वुर राणा और उसके साथियों द्वारा की गई रेकी के सबूतों से उसका सामना होना जरूरी है। जितने भी दस्तावेज, गवाह, और जरूरी सबूत थे उन सब से राणा को रूबरू करवाया जाए। इसमें गहरी जांच होने की जरूरत है। क्योंकि साजिश बहुत गहरी है। इसीलिए पुलिस की हिरासत में लगातार पूछताछ जरूरी है।

जांच एजेंसी को पूरा मौका मिले- कोर्ट

अदालत ने तहव्वुर राणा मामले में बात करते हुए कहा कि यह मामला भारत की सुरक्षा और सम्प्रभुता से जुड़ा हुआ है। जांच एजेंसियों को कोर्ट में सभी तथ्य पेश करने का पूरा और निष्पक्ष मौका मिलना चाहिए। कोर्ट ने यह बताया कि एनआईए की तरफ से जिन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है उसमें राणा के खिलाफ मौत की सजा का भी प्रावधान है।

एनआईए का मानना, 2005 से हो रही थी साजिश

इस केस में एक और एंगेल पर जांच की जा रही है कि राणा की दाऊद से फोन पर बातचीत भी हुई थी। अब एनआईए की टीम फ़ोन कॉल डिटेल्स निकालने में लगी हुई है। इनमें से अधिकांश अन्य आरोपी डेविड हेडली के साथ हैं। जांच टीम को इस बात का भी संदेह है कि इस आतंकी हमले में दाऊद की भी संलिप्तता हो सकती है। इसके आलावा एनआईए का ऐसा भी मानना है कि इस हमले की साजिश साल 2005 से रची जा रही थी। जिसका हिस्सा तहव्वुर राणा था।

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