Bengal Violence: बॉर्डर पार कर बांग्लादेशियों ने की मुर्शिदाबाद में हिंसा, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताई सच्चाई

Bengal Violence: गृह मंत्रालय को मिली शुरुआती जानकारी के अनुसार हिंसाग्रस्त इलाकों में अवैध बांग्लादेशियों की सक्रियता के पीछे स्थानीय प्रशासन की लापरवाही एक बड़ी वजह मानी जा रही है।;

Update:2025-04-15 15:59 IST

Bengal Violence: वक्फ कानून के लेकर बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आशंका जताई है कि दंगों में बांग्लादेश से आयो लोगों का हाथ है। मंत्रालय कि प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार भारत में अवैध रूप से दाखिल हुये घुसपैठियों ने 12 और 13 अप्रैल को भड़की हिंसा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से बांग्लादेशियों के हौसले बुलंद

गृह मंत्रालय को मिली शुरुआती जानकारी के अनुसार हिंसाग्रस्त इलाकों में अवैध बांग्लादेशियों की सक्रियता के पीछे स्थानीय प्रशासन की लापरवाही एक बड़ी वजह मानी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि इन बांग्लादेशी घुसपैठियों का उचित तरीके से सत्यापन नहीं किया गया, जिसकी वजह से वे धीरे-धीरे इन इलाकों में सक्रिय होते गए।

इसका असर यह हुआ कि कुछ स्थानीय परिवारों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। हालात बिगड़ने के बाद, हिंसा प्रभावित इलाकों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई। केंद्र सरकार लगातार बंगाल में हो रही हिंसा की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। इस संबंध में केंद्रीय एजेंसियों से नियमित अंतराल पर रिपोर्ट मंगाई जा रही है। इसके साथ ही केंद्र, राज्य सरकार के साथ लगातार संपर्क में है और घटनाक्रम पर करीबी नजर रखी जा रही है। गृह सचिव स्वयं बंगाल की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

मुर्शिदाबाद में BSF की 9 कंपनियां तैनात

गृह मंत्रालय ने मुर्शिदाबाद में हालात को नियंत्रित करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (BSF) की लगभग नौ कंपनियां, यानी कम से कम 900 जवान तैनात किए हैं। इनमें से 300 जवान स्थानीय स्तर पर पहले से मौजूद थे, जबकि राज्य सरकार के अनुरोध पर अतिरिक्त कंपनियां भेजी गई हैं। इससे पहले पश्चिम बंगाल के डीजीपी ने बताया कि मुर्शिदाबाद में स्थिति तनावपूर्ण जरूर है, लेकिन नियंत्रण में है और उस पर लगातार कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय स्तर पर मौजूद बीएसएफ की सहायता ली जा रही है और अब तक 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पिछले हफ्ते भड़की थी हिंसा

पिछले सप्ताह मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। यह विरोध प्रदर्शन मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों तक फैल गया, जिसमें आगजनी, पथराव और सड़क जाम की घटनाएं हुईं। अधिकारियों के अनुसार, हिंसा प्रभावित इलाकों में अब भी तनाव बना हुआ है, हालांकि हाल के दिनों में कोई नई घटना सामने नहीं आई है। मुर्शिदाबाद, जो सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है, वहां धारा 144 लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।

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