भारतीय सेना ने चीन को उसी की भाषा में दिया जवाब, गलवान घाटी की इस तस्वीर से सब साफ
भारतीय सेना ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी PLA की ओर से नए साल के दिन लद्दाख की गलवान घाटी में कथित तौर पर चीनी झंडा फहराए जाने के मामले में झूठ का पर्दाफाश किया है।
भारतीय सेना ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी PLA की ओर से नए साल के दिन लद्दाख की गलवान घाटी में कथित तौर पर चीनी झंडा फहराए जाने के मामले में झूठ का पर्दाफाश किया है। बता दें, कि कि चीनी मीडिया ने पहले एक वीडियो डाला था, जो वायरल हो गया था। इस वीडियो में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी सैनिकों को कथित तौर पर लद्दाख की गालवान घाटी में अपने राष्ट्रीय ध्वज को फहराते हुए दिखाया गया था।
हालांकि, भारतीय सेना के सूत्रों ने पहले ही दिन चीन के इस दावे को खारिज कर दिया था। कहा था, कि जिस स्थान पर चीनी झंडा फहराया गया है, वह दोनों देशों के बीच विवादित क्षेत्र में नहीं था। यह स्थान वास्तव में एक बिना सैन्य क्षेत्र है।
चीनी दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब
चीन के इसी दुष्प्रचार का भारतीय सेना ने आज करारा जवाब दिया है। नए साल के मौके पर गलवान घाटी में भारतीय सेना के जवानों ने तिरंगा लहराया। एक समाचार एजेंसी ने सैन्य अधिकारियों के हवाले से दो तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में सेना के 30 जवान तिरंगे के साथ दिखाई दे रहे हैं। जवान हथियारों से लैस हैं। एक तिरंगा भारतीय चौकी पर लहरा रहा है और दूसरा तिरंगा जवानों को हाथों में है।
भारत ने उसी भाषा में दिया जवाब
उल्लेखनीय है, कि चीन ने नए साल के मौके इससे पहले एक वीडियो जारी किया था। जिसमें चीनी सैनिकों को गलवान घाटी क्षेत्र में अपने इलाके में चीनी ध्वज फहराते देखा जा सकता था। अपने झंडे के सम्मान में वो राष्ट्रगान गा रहे हैं। इसी का जवाब देते हुए अब भारतीय सेना ने भी अब दो तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि भारतीय सशस्त्र जवान बिलकुल जोश में नजर आ रहे हैं। साथ ही उनके हाथ में तिरंगा है।
भारतीय सेना के तिरंगे के साथ उसी गौरवान्वित करने वाली तस्वीर को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी ट्वीट किया है।