यूनिवर्सिटी में दाखिला चाहिए तो सीयूईटी में लाएं अच्छे मार्क, 12वीं के नंबर नहीं आएंगे काम, यूजीसी ने दे दिये हैं निर्देश
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के चेयरमैन जगदीश कुमार ने एक समाचार कंपनी को दिए गए अपने साक्षात्कार में सीयूईटी के अंकों के आधार पर विश्वविद्यालयों में प्रवेश को लेकर बात की।
Delhi News: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के चेयरमैन जगदीश कुमार ने एक समाचार कंपनी को दिए गए अपने साक्षात्कार में सीयूईटी के अंकों के आधार पर विश्वविद्यालयों में प्रवेश को लेकर बात की। आपको बता दें कि सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET) भारत के 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश हेतु कंप्यूटर द्वारा ऑनलाइन माध्यम से ली जाने वाली प्रवेश परीक्षा है, जिसमें छात्रों के कक्षा 12 के अंक बिल्कुल भी मायने नहीं रखते तथा साथ ही यह परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाएगी।
यूजी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीयूईटी में प्राप्त अंकों को आधार बनाने की मांग
इस मौके पर यूजीसी के चेयरमैन जगदीश कुमार (UGC Chairman Jagdish Kumar) ने कहा कि-"आज हमने सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के कुलपतियों, निदेशकों और प्रधानाचार्यों को अपने यूजी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीयूईटी में प्राप्त अंकों का उपयोग करने के लिए लिखा है।
सीयूईटी (CUET) के माध्यम से छात्रों को बेहद ही सुविधा रहने वाली है तथा साथ ही विश्वविद्यालय में प्रवेश हेतु छात्रों को एक साथ कई परीक्षाएं लिखने की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। मात्र एक ही परीक्षा के माध्यम से वह आसानी से किसी भी विश्वविद्यालय में प्रवेश हेतु पात्र हो सकेंगे।"
क्यों मायने नहीं रखते कक्षा 12 के अंक
इस सवाल का जवाब देते हुए यूजीसी चेयरमैन जगदीश कुमार ने कहा कि यह छात्रों के लिए अपने 12वीं के परीक्षा अंकों को लेकर चिंतित होने की बजाय अपने कौशल को निखारने और कुछ नया सीखने पर ध्यान केंद्रित करने का समय है।
हालांकि इसके विपरीत जगदीश कुमार ने यह भी बताया कि-"कई छात्रों और उनके माता-पिता की राय है कि अगर कॉलेज प्रवेश परीक्षा के 12वीं के अंकों पर विचार नहीं किया गया तो कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा अपना मूल्य खो देगी।"
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