राहुल का बड़ा खुलासा- CBI, ED के डर से मायावती ने कांग्रेस से नहीं किया गठबंधन, हमने दिया था ऑफर
UP Election 2022: राहुल गांधी बोले, 'मायावती ने इस बार चुनाव लड़ा ही नहीं। हमारी तरफ से उन्हें गठबंधन का प्रस्ताव दिया गया था। हमने तो ये भी कहा था, कि वे मुख्यमंत्री बन सकती हैं।'
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में करारी हार शिकस्त झेलने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बड़ा राजनीतिक खुलासा किया है। राहुल गांधी ने बताया कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी, बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ गठबंधन करना चाहती थी। तब कांग्रेस की तरफ से बसपा सुप्रीमो मायावती को मुख्यमंत्री का पद ऑफर भी किया गया था, मगर दूसरे पक्ष से कोई जवाब नहीं मिला।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आगे कहा, कि मायावती ने इस बार चुनाव लड़ा ही नहीं। हमारी तरफ से उन्हें गठबंधन का प्रस्ताव दिया गया था। हमने तो ये भी कहा था, कि वे मुख्यमंत्री बन सकती हैं। लेकिन उन्होंने (मायावती) हमारे प्रस्ताव का कोई जवाब नहीं दिया। राहुल के अनुसार, बसपा चीफ मायावती प्रवर्तन निदेशालय (ED), CBI आदि के डर से अब लड़ना नहीं चाहती।
कांशीराम ने दलितों को सशक्त किया
राहुल गांधी बताते हैं, कि 'हम कांशीराम (Kanshi Ram) का काफी सम्मान करते हैं। कांशीराम ने दलितों को सशक्त किया। समय के साथ कांग्रेस कमजोर हुई। लेकिन, ये मुद्दा नहीं है। दलित का सशक्त होना जरूरी है।'
CBI, ED की वजह से नहीं लड़ना चाहतीं चुनाव
कांग्रेस नेता बोले, 'मायावती कहती हैं कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगी। रास्ता बिलकुल खुला है। दरअसल, वो सीबीआई (CBI), ईडी (ED), पेगासस (Pegasus) की वजह से वे लड़ना नहीं चाहती हैं।' उल्लेखनीय है कि चुनाव नतीजों के आने के करीब महीने भर बाद आया राहुल गांधी का ये बयान काफी मायने रखता है।
..तो क्या बेहतर होते परिणाम
राहुल के इस बयान के बाद अब राजनीतिक पंडित इसके मायने ढूंढ रहे हैं। लेकिन एक वाजिब सवाल जो मन में उठना लाजमी है कि क्या अगर यूपी विधानसभा चुनाव से पहले मायावती की बसपा अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लेती तो क्या जमीनी स्थिति में कोई बदलाव आता? क्या दोनों ही पार्टियों का प्रदर्शन अभी से बेहतर होता।