नामी कंपनियों के नाम पर इंश्योरेंस देने का 12 करोड़ का फर्जीवाड़ा, 43 गिरफ्तार
नोएडा: फर्जी तरीके से लोगों को लाइफ इंश्योरेंस का लालच देकर करोड़ों रुपए की हेराफेरी करने वाली एक कंपनी के कई कॉल सेंटर का यूपी एसटीएफ ने खुलासा किया है। इस मामले में एसटीएफ ने 9 मुख्य आरोपियों समेत 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें कई युवतियां भी शामिल हैं।
इन कॉल सेंटर की तरफ से लोगों को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के नकली लेटर हेड पर बीमा संबंधित ट्रांजैक्शन और सर्टिफिकेट जारी किया जाता था। इस तरह लोगों को भी शक नहीं होता था। हालांकि, इस बारे में एसटीएफ को जानकारी मिली तब उनकी पड़ताल में नकली लेटर हेड और फर्जी कॉल सेंटर का पता चल गया।
आगे की स्लाइड में जानिए कब से किया जा रहा यह फर्जीवाड़ा
इसके बाद एसटीएफ की टीम ने गुरुवार शाम में नोएडा के सेक्टर-64 बी-ब्लॉक और सेक्टर-11 एफ-ब्लॉक में चल रहे कॉल सेंटर में छापेमारी की। एसटीएफ एसपी डॉ. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि छापेमारी के दौरान कंपनी के बैंक स्टेटमेंट्स के आधार पर 12 करोड़ से अधिक की लेनदेन का पता लगाया गया है।
यह फर्जीवाड़ा कई महीने से किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इस मुख्य आरोपी कपिल त्यागी दो नामी बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के नाम पर फर्जीवाड़ा करा रहा था।
असली इंश्योरेंस कंपनी से लेते थे डेटा
एसटीएफ के एसपी ने बताया कि फर्जी कंपनी का लिंक असली इंश्योरेंस कंपनियों में था। वहीं से इंश्योरेंस करा चुके लोगों का डेटा गलत तरीके से अपने पास मंगा लेते थे। इसके बाद युवतियों के जरिए कॉल कराकर ग्राहकों को अपने जाल में फंसाते थे।