सहारनपुर : सड़क दूधली एवं शब्बीरपुर प्रकरण को लेकर राजधानी लखनऊ में बैठे अधिकारी भी चैन नहीं ले पा रहे हैं। एडीजी लॉ एंड आॅर्डर आदित्य मिश्रा ने एक बार फिर सहारनपुर का रूख किया। आईटीसी गेस्ट हाऊस में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर प्रगति रिपोर्ट जांची और साथ ही जनपद में जातीय हिंसा की पुनरावृत्ति ना हो पाये, इस पर भी चर्चा हुई।
एडीजी शनिवार को सहारनपुर पहुंचे थे। उन्होंने सहारनपुर में जातीय विद्वेष फैलाने के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के संकेत दिए है। शब्बीरपुर प्रकरण को लेकर पिछले दिनों हुई हिंसा में जहां भीम आर्मी पुलिस के टारगेट पर है। वहीं सड़क दूधली प्रकरण में सांसद खेमे पर भी पुलिस की नजरें टिकी हुई है। भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर सहित हिंसा के आरोपी उसके कुछ साथी अब सलाखों के पीछे है, तो वहीं पुलिस हाल ही में सड़क दूधली प्रकरण के आरोपी सांसद के भाई राहुल लखनपाल शर्मा सहित आठ के खिलाफ एनबीडब्लू ले चुकी है।
भीम आर्मी पर तो पुलिसिया कार्रवाई लगातार चल रही है, अब पुलिस का ध्यान सांसद खेमे की तरफ भी है। सूत्र बताते है कि एडीजी का दौरा भी खासतौर पर इसे ध्यान में रखते हुए हुआ है। सूत्रों के मुताबिक आईटीसी गेस्ट हाऊस में अधिकारियों से रूबरू होते हुए एडीजी ने साफ किया कि अब सहारनपुर में जातीय हिंसा की पुनरावृत्ति न होने पाये, इसके लिए चाहे जितनी भी सख्ती बरतनी पड़े, बरते।
आवश्यक दिशा निर्देश देने के बाद कुछ समय गेस्ट हाऊस में रूक एडीजी लॉ एंड आॅर्डर वापिस लौट गये। इस दौरान कमीश्नर दीपक अग्रवाल, डीएम प्रमोद पांडे, डीआईजी के.एस.ईमैनुअल, सहारनपुर के एसएसपी बबलू कुमार के अलावा मुजफ्फरनगर के एसएसपी अनंत देव व शामली एसएसपी अजयपाल भी मौजूद रहे।
17 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गया प्रदीप
शब्बीरपुर प्रकरण को लेकर हिंसा से उपजे बवाल को ठंडा करने के प्रशासन के प्रयासों को बार-बार पलिता लग रहा है। जनता रोड पर 17 दिन पूर्व अज्ञात हमलावरों की गोली का शिकार बने राजपूत बिरादरी के युवक ने पीजीआई चंडीगढ़ में दम तोड़ दिया। युवक की मौत के बाद एक बार फिर जनपद का माहौल गर्मा गया है और अधिकारियों को पसीने आने शुरू हो गये है।