विकास दुबे जिंदा हो गया! बिकरू कांड की बरसी पर IG को जान से मारने की धमकी, पुलिस विभाग में हड़कंप
Auraiya Crime News: सोशल मीडिया पर आईजी मोहित अग्रवाल को विकास दुबे के अकाउंट से जान से मारने की धमकी दी गई है।
Auraiya Crime News: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के बिकरू के गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) को पुलिस ने बीते साल एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। बिकरू कांड के एक साल भी पूरे हो गए हैं। इस मौके पर यूपी पुलिस के आईजी मोहित अग्रवाल (IG Mohit Agarwal) जान से मारने की धमकी (Life Threat) मिलने के बाद एक बार फिर से विकास दुबे का नाम सबकी जुबान पर आ गया है।
दरअसल, विकास दुबे (Vikas Dubey) के सोशल मीडिया अकाउंट से आईजी मोहित अग्रवाल को जान से मारने की धमकी दी गई थी, जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इस मामले में औरैया पुलिस एक्टिव हो गई है और फौरन मामले की जांच शुरू कर दी। तब पाया गया कि एक युवक विकास दुबे के नाम से फर्जी आईडी चला रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए औरैया एसओजी टीम ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है और युवक के बारे में जानकारी जुटा रही है।
मामले में मिली जानकारी के मुताबिक, बिकरू कांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे के नाम से बने फेसबुक अकॉउंट से आईजी मोहित अग्रवाल को जान से मारने की धमकी दी गई थी। बताया जा रहा है कि पुलिस जिस शख्स से पूछताछ कर रही है, उसका नाम राहुल सोनी है, जबकि उसने आईडी विकास दुबे के नाम से बना रखी है। युवक अछल्दा क्षेत्र का रहने वाला है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बिकरू कांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे के नाम पर बनी फेसबुक आईडी से आईजी मोहित अग्रवाल को गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी गई थी, जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस ने आईटी के साथ और सर्विलांस टीम के जरिए मामले की जांच शुरू कर दी। जांच के बाद पुलिस ने औरैया जिले के अछल्दा क्षेत्र के रहने वाले एक युवक राहुल सोनी को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।
बताया जा रहा है कि इसी शख्स की मेल आईडी से विकास दुबे के नाम से फेसबुक आईडी चलाई जा रही है। इस आईडी पर हथियारों की भी काफी फोटोज पोस्ट की गई हैं। अब पुलिस मामले में युवक से पूछताछ करने में जुटी हुई है।
क्या है बिकरू कांड?
गौरतलब है कि बीते साल 2-3 जुलाई की रात को बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ डीएसपी देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। ये सभी पुलिसकर्मी विकास दुबे को पकड़ने के लिए गए थे, लेकिन इसकी भनक लगते ही गैंगस्टर ने कानून के रखवालों के लिए ही मौत की जाल बिछा दी। पुलिसकर्मियों की हत्या कर वह खुद गांव से फरार हो गया।
इसके बाद पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर आठ दिन के अंदर विकास दुबे समेत छह बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। इस मामले में शामिल 45 आरोपी जेल में बंद हैं।
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