Basti Crime News: चुनावी रंजिश में दो पक्षों में मारपीट, एक की मौत, परजिनों का पुलिस पर गंभीर आरोप
Basti Crime News| चुनावी रंजिश में दो पक्षों में हुई मारपीट में इलाज के दौरान एक ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने पुलिस पर आरोपियों पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
Basti Crime News: खबर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बस्ती जिले (Basti) से है, जहां पर ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों ने जमकर एक दूसरे पर लाठी डंडों की बरसात की। इस घटना में करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर 9 लोगों को जेल भेज दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, चुनावी रंजिश के लेकर सोनहा थाने के मैलानी गांव में दबंगों ने जमकर उत्पात मचाया। लाठी डंडे से लैस दबंगों के हमले में आधा दर्जन लोग घायल हो गए और एक व्यक्ति ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामसे में 9 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं।
जानें पूरा मामला
आपको बता दें पंचायत चुनाव के नतीजे आने के बाद चुनावी रंजिश में लोग अपने हाथ में कानून को लेकर मारपीट करने में आमदा हो गए है। उन्हें कानून का भय बिल्कुल नहीं है। खुद मारपीट कर फैसला करने में आतुर है। इस बीच बस्ती जनपद के सोनहा थाना क्षेत्र के मैलानी गांव में 7 जून को कृष्ण पांडेय के घर अखंड रामायण की पूर्ण आहुति के बाद प्रीति भोज का कार्यक्रम चल रहा था।
जिसमें बीजेपी विधायक संजय जायसवाल और बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष यशकांत सिंह भी मौजूद थे। उसी दौरान वर्तमान प्रधान और हारे प्रधान प्रत्याशी के समर्थक ब्लॉक प्रमुख चुनाव जीतने का दावा करने लगे, जिसे लेकर दोनों पक्षों में जमकर विवाद हो गया। दोनों पक्ष के लोग गाली गलौच और हाथापाई पर उतर आए। बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष यशकांत सिंह ने किसी तरह मामले को शांत कराया।
दूसरे दिन 8 जून की सुबह हारे हुए प्रधान और उसके समर्थकों ने जीते हुए प्रधान के घर पर लाठी-डंडे से लैस होकर हमला कर दिया। इस हमले में आधा दर्जन लोग घायल हो गए। वहीं घायल 50 वर्षीय वीरेंद्र कुमार पांडे की इलाज के दौरान मौत हो गई। बता दें कि दोनों पक्षों के बीच हुई मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
परिजनों ने पुलिस पर लगाया ये आरोप
वहीं दूसरी ओर मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पिरैला मन्दिर के महंत व उनके समर्थक ने पुलिस को पैसे दिए हैं। पुलिस महंत अंकुर भारती के दबाव में आकर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। पुलिस धारा 304 में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं कर रही है। परिजनों का कहना है कि उन्हें फिर से हमला होने का डर है।
इधर, भाजपा विधायक संजय प्रताप जायसवाल व पूर्व जिला अध्यक्ष यश कांत सिंह ने मुख्यमंत्री से मिलकर घटना की जानकारी दी है। मुख्यमंत्री के निर्देश दिए जाने पर बस्ती पुलिस हरकत में आई। जिसके बाद आनन फानन में सोनहा पुलिस ने पिरैला महंग के खिलाफ धारा 120 b के तहत मुकदमा दर्ज कर खानापूर्ति तो कर ली है लेकिन अभी तक महंत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इस संबंध में एसपी का कहना है कि चुनावी रंजिश में दोनों पक्षों में मारपीट हुई है, तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर 9 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेजा गया है। मामले में कार्रवाई करते हुए एसओ को हटा दिया गया है। पूर्व जिलाध्यक्ष और उनके बेटे पर मुकदमा दर्ज किया गया था विवेचना में उनका नाम नहीं पाया गया है।
दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।