सहारनपुरः जिले के राजूपुर गांव में शुक्रवार को दरवाजे को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हुआ। दोनों तरफ से धारदार हथियार चलाए गए। इससे 14 लोग घायल हुए। इनमें दो महिलाएं भी हैं। गंभीर रूप से घायल चार लोगों को हायर केयर सेंटर भेजा गया है। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। आलम ये था कि गांव में चारों तरफ खाकी वर्दी वाले ही दिख रहे थे।
दरवाजे का क्या है विवाद?
पुलिस के मुताबिक गांव में रहने वाले खलील अहमद और शमीम के बीच एक दरवाजे को लेकर कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। दोनों पक्षों में इसे लेकर आए दिन कहासुनी होती थी। आरोप है कि शुक्रवार को शमीम के दरवाजे के सामने खलील की ओर से दीवार उठाई जा रही थी। इसका शमीम ने विरोध किया और इसके बाद लाठी-डंडे, तबल और फावड़े चलने लगे। संघर्ष में खलील पक्ष की दो महिलाओं समेत नौ और शमीम पक्ष के पांच लोग घायल हुए।
दोनों पक्ष दूसरे पर लगा रहे आरोप
शमीम ने बताया कि जिस दरवाजे को खलील और उसके लोग बंद करने की कोशिश कर रहे थे, वो उसके बैनामे में दर्ज है। वहीं, खलील और उसके पक्ष वालों का कहना था कि शमीम पक्ष ने जबरन उनकी गली में दरवाजा खोल लिया है। बंद करने की कहने पर धारदार हथियारों से हमला किया गया। वहीं, दूसरा पक्ष भी कह रहा है कि खलील और उसके पक्ष के लोगों ने पहले हमला किया।
क्या कह रही है पुलिस?
राजूपुर में दोनों पक्षों में संघर्ष की जानकार मिलते ही सीओ और कोतवाली प्रभारी फोर्स के साथ गांव की ओर भागे। दर्जनभर से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर से पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों के कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।