फर्जी प्रमाणपत्र मामला: 5 की गिरफ्तारी के बाद फरार चल रहे इन 12 लोगों पर STF की नजर, जल्द होगी गिरफ्तारी

फर्जी प्रमाणपत्र मामला: उत्तर प्रदेश में फर्जी प्रमाण प्रत्र बनाकर नौकरी पाने वालों का मामला शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है।

Newstrack :  Network
Published By :  Divyanshu Rao
Update:2021-07-11 14:03 IST

फर्जी प्रमाण पत्र की प्रतीकात्मक फोटो-सोशल मीडिया

फर्जी प्रमाणपत्र मामला: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में फर्जी प्रमाण प्रत्र (Fake certificate case) बनाकर नौकरी पाने वालों का मामला शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है। गोरखपुर के एसटीएफ (STF) इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह ने फर्जी प्रमाण पत्र मामले की जांच शुरू की जिसके बाद शुक्रवार को फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी पाने वाले पांच शिक्षको और कर्मचारियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में बीएसए कार्यालय के वित्त नियंत्रक, लेखाधिकारी, समेत 17 के नाम सामने आए हैं।

एसटीएफ ने फर्जी प्रमाण प्रत्र बनावाकर नौकरी में पाने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसटीएफ इस्पेंक्टर सत्यप्रकाश की तहरीर पर पुलिस कोतवाली ने यह कार्यवाही की है।

जिला विद्यालय निरीक्षक ने शिक्षकों के वेतन रोकने का आदेश दिया था

जानकारी के मुताबित सिद्धार्थनगर के जिला विद्यालय के निरीक्षक अवधेक नारायण मौर्य ने देवरिया के बीएसए के कार्यालय के वित्त नियंत्रक और लेखाधिकारी को पत्र भेजकर जिले के अशासकीय सहायता प्राप्त पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्त फर्जी शिक्षकों के भुगतान को रोकने को कहा था।

फर्जी की प्रतीकात्मक फोटो-सोशल मीडिया


वेतन न रोकने के बाद डीआईओएस ने एसटीएफ से की शिकायत

लेकिन अवधेश नारायण के पत्र के बाद भी वित्त नियंत्रक और लेखाधिकारियों ने फर्जी शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन पर रोक नहीं लगाई। जिसके बाद इसकी शिकायत डीआईओएस ने एसटीएफ गोरखपुर से की। और मामले की गंभीरता को देखते हुए एसटीएफ गोरखपुर के इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई और फर्जी प्रमाण पत्र मामलों की जांच शुरू कर दी गई।

जांच के दौरान बीएसए कार्यालय के वित्त नियत्रंक और लेखाधिकारी समेत कर्मचारी, शिक्षक, विद्यालय प्रबंधक और दलाल समेत 17 लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं।

सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

जिसके बाद एसटीएफ की तहरीर के बाद सदर कोतवाली पुलिस ने बीएसए कार्यालय के वित्त नियत्रंक लेखाधिकारी जगदीश लाल श्रीवास्तव,दिलीप कुमार उपाध्याय और राजकुमार मणि, ओमप्रकाश मिश्रा, जनार्दन उपाध्याय, विनय कुमार, कुमारी अंजना, सुरेन्द्र यादव, जगदीश यादव, कुमारी विमला यादव, नीतू रस्तोगी, श्वेता मिश्रा और रंजना कुमारी के विरुद्ध धारा 409, 419, 420, 467, 468, 471, 474, 120बी आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। और एसटीएफ ने  पांच लोगों की गिरफ्तारी कर ली है एसटीएफ बाकी 12 आरोपियों को पकड़ने की फिराक में है, जल्द उनकी भी गिरफ्तारी हो सकती है। 

मिली जानकारी के मुताबित अब फर्जी प्रमाण मामले से जुड़े सभी 12 आरोपियों की गिरफ्तारी का प्लान एसटीएफ की टीम बना रही है। एसटीएफ इन सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी करेगी।

Tags:    

Similar News