लखनऊ : विशेष सीजेएम छवि अस्थाना ने फर्जी पासपोर्ट बनवाने व बनाने आदि के मामले में निरुद्ध अभियुक्त अहसान अहमद व युसूफ अली उर्फ नजरुल को तीन दिन के लिए एटीएस की कस्टडी में सौंपने का आदेश दिया है।
अभियुक्तों की पुलिस कस्टडी रिमांड की यह अवधि 6 जनवरी की सुबह 11 बजे से शुरु होगी। उन्होंने यह आदेश इस मामले के विवेचक व एटीएस बरेली के निरीक्षक वीर सिंह की अर्जी पर दिया है।
विवेचक का कहना था कि अभियुक्तों के कब्जे से फर्जी पहचान पत्र, पासपोर्ट, पैन कार्ड, आधार कार्ड व निवास प्रमाण पत्र विभिन्न नाम-पते के बरामद हुए हैं। इनके पास से फर्जी अभिलेख तैयार करने में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण व अभिलेखीय सामग्री आदि भी बरामद हुई है।
इन्होंने अपने बयान में यह भी कहा है कि इस कार्य में उनकी साठगांठ अन्य व्यक्तियों से भी है। लिहाजा मुल्जिमों के जरिए उनके नेटवर्क में शामिल सदस्यों की पहचान करके उनकी गिरफ्तारी करने, राजस्व व अन्य राजकीय विभागों में इनके मददगार लोगों की पहचान स्थापित करने तथा राष्ट्रªीय सुरक्षा से जुड़े बिन्दूआंे पर इनसे सघन पूछताछ करने के लिए इन्हें पांच दिन की पुलिस कस्टडी में दिया जाए।
शुक्रवार को इस अर्जी पर सुनवाई के दौरान यह दोनों अभियुक्त जेल से अदालत में हाजिर थे।