AC के लिए शौहर ने दे दिया तलाक, इंसाफ के लिए SP ऑफिस में महिला ने किया हंगामा
सुल्तानपुर: देश की सबसे बड़ी अदालत ने भले ही तीन तलाक़ के मुद्दे पर अहम फैसला सुना दिया हो, लेकिन इसका जिन्न अभी समाज में जिंदा है। इस मसले से जुड़ा एक केस सुल्तानपुर के एसपी ऑफिस में देखने को मिला। जहां पीड़िता ने अपनी ढाई साल की बेटी को लेकर इंसाफ के लिए गला फाड़ा।
घंटों के हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद पुलिस ने जांच का झुनझुना पकड़ा कर ड्रामे को ठंडा किया। आरोप है कि आरोपी पति ने दहेज के लिए पीड़िता को बेटी संग धक्के मार कर घर से निकाल दिया और अब दूसरी शादी रचा डाली।
दहेज और बेटी पैदा करने के जुर्म में रमज़ान के पाक महीने में घर से था निकाला
दरअसल तीन तलाक़ का ये मामला देहात कोतवाली के छतौना गांव का है। गांव निवासी फिरोज का निकाह कोतवाली नगर के गभड़िया निवासी सायरा से 27 फरवरी 2014 को हुआ था। शादी में सायरा के परिवार वालों ने हैसियत के मुताबिक़ खूब दान दहेज भी दिया था। आरोप है के इसके बाद भी दहेज लोभी सुसराल वालों का मन नहीं भरा, इस बीच करीब साल भर बाद जब सायरा ने एक बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद फिरोज इससे किनारा करने लगा। इसके बाद मामला इतना तूल पकड़ता गया कि बीते जून में रमज़ान के माह महीने में सायरा को ससुराल वालों ने घर से धक्के मार कर निकाल दिया।
बुधवार को पति ने किया दूसरा निकाह तो न्याय के लिए एसपी ऑफिस पहुंची पीड़िता
आरोप है कि 9 जुलाई 2017 को फिरोज 7-8 लोगों के साथ सायरा के घर आया और तीन बार तलाक बोल दिया। तब से सायरा न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। तभी उसे जानकारी हुई कि फिरोज ने बुधवार को दूसरा निकाह कर लिया, इसे सुनकर वो अपनी ढाई साल की बेटी, और मां को लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गई और यहां उसने जमकर हंगामा काटा।
एसपी ने कही वैधानिक कार्यवाई करने की बात
एसपी ऑफिस में तीन तलाक से पीड़ित इस महिला का हंगामा देख पुलिसकर्मी भी हैरत में पड़ गए। लेकिन मामला महिला से जुड़ा हुआ था, लिहाजा आनन-फानन में एसपी अमित वर्मा ने पीड़िता को बुलाकर उसकी बात सुनी और मामले की जांच के आदेश दे दिए। एसपी ने इस मामले में वैधानिक कार्रवाई करने की बात कही है।