नेपालियों को इंडिया का बताकर उनका 'आधार कार्ड' बना रहा लोकवाणी केंद्र सीज
बहराइच: रुपईडीहा में संचालित एक लोकवाणी केंद्र पर अवैध तरीके से नेपाली नागरिकों को भारत का निवासी दिखाकर उनका आधारकार्ड और पैनकार्ड बनाया जा रहा था। सूचना मिलने पर देर रात पुलिस ने छापेमारीकर भारी मात्रा में निर्मित आधार व पैन कार्ड को बरामद किया। इसके साथ ही एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। केंद्र को सीज कर दिया गया है। इस कार्रवाई से अन्य लोकवाणी संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।
यह भी पढ़ें: ‘आधार कार्ड’ बना बच्चों के लिए सिरदर्द, अधिकारी बोले- सॉफ्टवेयर कर रहा दिक्कत
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित रुपईडीहा कस्बे में संचालित कुछ लोकवाणी केंद्रों पर अवैध तरीके से नेपाल के नागरिकों को भारत का निवासी दर्शाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट बनाने का खेल चल रहा था। इसकी शिकायत कई बार डीएम और एसपी से हुई। इस पर पुलिस अधीक्षक जुगुल किशोर ने कार्रवाई के निर्देश दिए थे। थानाध्यक्ष आलोक राव ने बताया कि सप्ताह भर पड़ताल के बाद बाजार में स्थित अहमद की ओर से संचालित लोकवाणी केंद्र पर नेपाल के नागरिकों के आधार कार्ड और पैनकार्ड बनने की पुष्टि हुई।
इस पर देर रात टीम के साथ छापेमारी की गई। मौके से 500 से अधिक आधार कार्ड, पैनकार्ड, कुछ पासपोर्ट बरामद हुए हैं। कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। इसके अलावा आधार और पैन में प्रयुक्त होने वाली मुहर, स्टीकर, थंक स्कैनर भी बरामद हुआ है। एक लैपटॉप हाथ लगा है, जिसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज फीड मिले हैं।
यह भी पढ़ें: घर बैठे ऐसे करें अपना आधार कार्ड अपडेट, नहीं होगी कोई मिसटेक
बरामद अभिलेखों और मशीनों को सीज कर एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। थानाध्यक्ष आलोक राव ने बताया कि लोकवाणी केंद्र को सीज कर दिया गया है। हिरासत में लिए गए व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है। इस मामले में असद समेत तीन लोगों के खिलाफ धारा 467, 468, 471, 419, 420 व 66 डीआईटी एक्ट के तहत धोखाधड़ी व गलत तरीके से पहचान पत्र बनाने का केस दर्ज किया गया है। आरोपी फरार हैं, उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
यह भी पढ़ें: ‘बैंक का आधार, असुरक्षित निकला आधार नंबर जोडऩे का फॉर्मूला‘
बरामद अभिलेखों की कराई जा रही जांच
थानाध्यक्ष आलोक राव ने बताया कि लोकवाणी केंद्र से बरामद महत्वपूर्ण अभिलेखों की जांच के लिए एक्सपर्ट को बुलाया गया है। जांच के बाद ही सही तरीके से स्पष्ट हो सकेगा कि किस तरह से फर्जी पासपोर्ट, आधार कार्ड और पैनकार्ड तैयार होता था।