Lucknow Crime News: लखनऊ की चिनहट पुलिस लुटरों से रखती है दोस्ती, पीड़ितों की थाने में जमकर पिटाई

Lucknow Crime News: राजधानी लखनऊ के चिनहट थाने की पुलिस क्या गजब की पुलसिंग का नमूना आजकल पेश कर रही है।

Report :  Sandeep Mishra
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-07-26 03:33 GMT

पुलिस (फोटो- सोशल मीडिया)

Lucknow Crime News: राजधानी की चिनहट थाने की पुलिस क्या गजब की पुलसिंग का नमूना आजकल पेश कर रही है। यहां के एस एच ओ व उनकी पुलिस लुटेरों के खिलाफ तो कोई भी कार्रवाही नहीं कर पा रही है, लेकिन थाने में लूट की घटना के पीड़ितों को ही उल्टे बंद कर रही है।जब पीड़ित के परिजन थाने में मामले की जानकारी करने जाते हैं,ये चिनहट थाने का एसएचओ अपनी पुलिस से पीड़ित के परिजनों की पिटाई कर अपनी पीठ खुद थपथपाता है।

राजधानी लखनऊ में घटी इस सनसनीखेज घटना पर सूबे के सीएम योगी जी,डीजीपी साहब व लखनऊ के पुलिस कमिश्नर जरा गौर फरमाएं साथ ही आवाम को इस घटना के संदर्भ में बताएं कि आखिर चिनहट थाना पुलिस ने यह हिटलरशाही का नमूना पेश कर मित्र पुलिस की कौन सी छवि को उजागर किया है?

राजधानी में हिटलरशाही

लखनऊ में बैठे पुलिस के आला अफसर जरा इस घटना के बारे भी जान लें कि राजधानी पुलिस की छवि को धूमिल करने वाली सनसनीखेज यह घटना क्या है?

थाना चिनहट इलाके के तिवारी गंज मॉडल शॉप में बीते दिवस पूर्व तीन लुटेरे, मॉडल शॉप कर्मी शशांक के हाथों से तीन लाख रुपये का पैकेट छीन कर फरार हो गए। जब इस घटना की मॉडल शॉप के कर्मी शशांक ने चिनहट थाना पुलिस को दी, तब थाने के एसएचओ ने शशांक व उसके एक साथी बबलू यादव को ही थाने में पूछताछ के बहाने बुला लिया।

इसके बाद दो दिन से उसे व उसके साथी को थाने में बैठाए हुए हैं। जब शशांक के जीजा विशाल सिंह अपने एक अन्य साथी के साथ थाना चिनहट में अपने साले शशांक व उसके साथी को दो दिन से बैठाए रखने का कारण पूछने व उन दोनों को खाने पीने का समान देने के लिये गए।

तब थाने में एसएचओ ने इन दोनों के मोबाइल छीन लिए और थाने के भीतर जमकर विशाल सिंह व उनके साथी की बेंत से पिटाई भी करवायी। थाना चिनहट पुलिस ने इन दोनों बेकसूर लोगों को इतना मारा है कि विशाल सिंह के साथी के गले मे चोटों के निशान भी साफ साफ दिखाई दे रहे हैं।

बाद में जब इस चिनहट थाने के एसएचओ की इस मक्कारीपूर्ण हरकत की जानकारी एडीसीपी व अन्य आला अफसरों को हुई,तब इन अधिकारियों के दखल के बाद इन दोनों निर्दोष लोगों को थाने से एसएचओ ने रिहा किया।

इस घटना से खड़े हुए सवाल

चिनहट थाने की पुलिस की इस सनसनीखेज हरकत से क्या लखनऊ का आवाम,राजधानी पुलिस की मित्र पुलिस की छवि पर भरोसा कर पायेगा?

सूबे के डीजीपी,एडीजी एल ओ,लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को यह बताना ही पड़ेगा कि खुद लूट के शिकार हुए निर्दोष पीड़ितों की थाने में बिना वजह पीटना,पुलिस की किस मित्रता की छवि चमका रही है?

क्या इस घटना को अंजाम देने वाले थाना चिनहट पुलिस के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही भी अब अमल में नही लायी जायेगी?

कुल मिलाकर लखनऊ पुलिस के आला अफसर व स्वयं डीजीपी यह समझ लें कि अगर ऐसे मामलों में कोई कड़े एक्शन नही लिए जाएंगे तो आम जनता व पुलिस की दूरीयां बढ़ेगी।ऐसे में सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ की मित्र पुलिस की छवि डवलप करने की सोच,मात्र एक सपना बनकर ही रह जायेगी।

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