मर्डर करने के बाद बन गया साधू, 32 साल बाद पुलिस ने किया अरेस्ट

Update: 2016-02-27 08:55 GMT

कानपुर: हत्या के आरोप में पिछले 32 सालों से फरार चल रहा आरोपी आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। पुलिस ने इस आरोपी को कानपुर देहात में स्थित धाता क्षेत्र में स्थित मंदिर से गिरफ्तार किया है।

क्या है पूरा मामला

-साल 1983 में खखरेरू के कुल्ली गांव में रहने वाले उमाशंकर ने गांव के ही कृष्णकांत की हत्या कर दी थी।

-उस समय उमाशंकर की उम्र मात्र 19 वर्ष थी।

-पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

-कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

-बाद में हाईकोर्ट से वह जमानत पर रिहा हो गया और गायब हो गया।

-कोर्ट ने उसे फरार घोषित कर दिया।

पुलिस को सुननी पड़ी है फटकार

-पुलिस आरोपी की खोज में लगातार जुटी रही लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।

-आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर पुलिस को हाईकोर्ट की फटकार भी लगी ।

-इसी मामले में 15 दिन पहले एसपी कलानिधि नैथानी को व्यक्तिगत रूप से हाईकोर्ट में हाजिर होना पड़ा था।

आरोपी को पकड़ने के लिए एसपी ने बनाई पुलिस टीम

-आरोपी को पकड़ने के लिए एसपी ने खखरेरू एसओ की अगुवाई में एक पुलिस टीम बनाई।

-टीम को पता चला कि उमाशंकर के माता-पिता 1983 में ही प्रॉपर्टी बेचकर रिश्तेदार के यहां चले गए थे, जहां उन दोनों की मौत हो गई।

-पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपी कौशांबी जिले में रहने वाली अपनी बहन से मिलने जाता है।

-वह बिछियावां गांव के मंदिर में पुजारी बनकर रहता है।

-शुक्रवार सुबह पुलिस टीम को सफलता मिली।

-सारे सबूत इकठ्ठा करने के बाद इस टीम ने आरोपी उमाशंकर को दबोच लिया।

-इस कामयाबी के लिए पुलिस टीम को दो हजार रुपए के इनाम मिलेंगे ।

 

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