ट्रिपल तलाक: 5 अजीबोगरीब केस, कभी रोटी जलने तो कभी बेटी होने पर दिया तलाक

Update: 2018-07-09 14:01 GMT

लखनऊ: यूपी में बिना किसी ठोस वजह के अजीबोगरीब ढंग से तलाक देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही एक मामला महोबा में फिर से सामने आया है। यहां पर रोटी जल जाने पर एक मुस्लिम महिला को उसके हसबैंड ने तलाक दे दिया। साथ ही घर से भी निकाल दिया। पीड़ित महिला अब न्याय के लिए भटक रही है। उसका विडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।

newstrack.com आज आपको तलाक के पांच ऐसे अजीबोगरीब केस के बारे में बताने जा रहा है। जिसमें बिना किसी ठोस वजह के तलाक दे दिया गया है।

लड़की पैदा होने पर तीन तलाक

यूपी के अमरोहा जिले में रहने वाली नेशनल लेवल की नेटबॉल प्लेयर शुमायला को उसके पति ने वर्ष 2017 में लड़की पैदा होने पर तलाक दे दिया था। शुमायला की शादी 9 फरवरी 2014 को लखनऊ के मोहनलालगंज इलाके में हुई थी। तब उसने आरोप लगाया था कि जब वह प्रेग्नेंट हुई थी, उस टाइम उसके हसबैंड ने उसका चेक–अप कराया था। लड़की होने का अंदेशा होने पर उसने अपनी पत्नी को उसके घर भेज दिया था। बाद में उसे तलाक दे दिया था।

पैसे की डिमांड पूरी न होने पर तलाक

2017 में ही बिजनौर में एक गर्भवती महिला को उसके पति ने मायके जाकर ससुराल वालों के सामने ही तीन तलाक दे दिया। महिला का आरोप था कि उसका पति उस पर मायके से एक लाख रुपये लाने का दबाव बना रहा था। जब पैसे की डिमांड पूरी नहीं हुई तो तलाक दे दिया।

नींद में दे दिया तलाक

वर्ष 2017 में यूपी के नजीराबाद में रहने वाली शबाना निशा को उसके पति ने सोते समय तलाक दे दिया। सोकर उठने के बाद निशा को तलाक देने की बात उसकी देवरानी ने बताई और कहा कि वह घर से चली जाए। अचानक एक दिन उसके पति ने उसके साथ मारपीट की और तीन बार तलाक कहकर उसे घर से निकाल दिया।

बच्चों के लड़ने पर दिया तलाक

वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश के बागपत में एक ऐसा मामला आया, जहां जरा सी बात पर एक शौहर ने अपनी बीवी को तलाक दे दिया। दरअसल घर के आंगन में बच्चे आपस में झगड़ रहे थे। इसी मसले को लेकर शौहर और बीवी की कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि गुस्साए शौहर ने अपनी बीवी को तलाक दे डाला। बीवी हैरान रह गई।

खर्च के हिसाब को लेकर दिया तीन तलाक

वर्ष 2017 में बिजनौर में खर्च के हिसाब को लेकर पत्नी से विवाद होने पर पति ने उसे तलाक दे दिया। पता चलने पर महिला के मायके वालों ने तलाक देने पर गांव में आकर उसके पति को पीटा। दोनों पक्षों में फैसला होने पर मायके वाले महिला को ले जाने लगे, लेकिन महिला ससुराल में ही इद्दत करने के लिए रूक गई।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का पक्ष

ऑल इंडिया मुस्लिम वुमन पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर के मुताबिक बिना किसी ठोस वजह के किसी भी महिला को तलाक नहीं दिया जा सकता है। वुमन पर्सनल लॉ बोर्ड इसके खिलाफ है। वह ऐसी महिलाओं के हक के लिए लम्बें समय से लड़ाई लड़ता आ रहा है और आगे भी लड़ता रहेगा।

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