दो दिन-दो कत्ल, एक स्थान-एक तरीका: पुलिस को अपराधियों की चुनौती, शहर में खौफ

आगरा फोर्ट के पीछे दिन में भी सन्नाटा रहता है और रात होते ही यहां नशे का कारोबार फलता फूलता है। रात के समय यहां महिलाओं की वेशभूषा में समलैंगिक युवकों की भीड़ भी जमा होती है और रात भर सेक्स का धंधा चलता है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की ढील के कारण ही यह इलाका आपराधिक गतिविधियों का गढ़ बन गया है।

Update:2016-10-29 13:54 IST

आगरा: तीन दिनों के भीतर एक ही स्थान पर एक ही तरीके से दो हत्याओं से ताजनगरी में खौफ का माहौल है। इन दोनों हत्याओं में अपराधियों ने लाशों को जला दिया है। पुलिस दोनों अधजली लाशों की शिनाख्त में जुटी है, लेकिन न तो मृतकों की कोई जानकारी मिल सकी है, और न अपराधियों के बारे में कोई सूत्र हाथ लग सका है।

इलाके में हड़कंप

-गुरुवार सुबह आगरा किले के पीछे 27-28 वर्ष की एक अधजली लाश मिलने से हड़कम्प मच गया था।

-अपराधियों ने पहचान मिटाने के लिए शव को जला दिया था।

-लाश बरामदगी के वक्त पुलिस ने एक संदिग्ध को दौड़ा कर पकड़ा था, जिससे पुलिस की हाथापाई हुई थी।

-यह हाथापाई कैमरों में कैद हो गयी थी जिससे पुलिस की काफी फजीहत हुई थी।

हत्या का एक ही तरीका

-शनिवार को उसी जगह, उसी तरह, उसी उम्र के एक और युवक की लाश मिलने से क्षेत्र में दहशत फैल गई।

-इस बार भी हत्या के बाद युवक का चेहरा पत्थर से कुचल कर उसे जला दिया गया था।

-मृतक के हाथ पर सुलतान सुनीता लिखा है, इसलिए पुलिस मामले को अंतर्धार्मिक प्रेम प्रसंग के कोण से भी जोड़ कर देख रही है।

पुलिस की लापरवाही

-बता दें, कि आगरा फोर्ट के पीछे दिन में भी सन्नाटा रहता है और रात होते ही यहां नशे का कारोबार फलता फूलता है।

-रात के समय यहां महिलाओं की वेशभूषा में समलैंगिक युवकों की भीड़ भी जमा होती है और रात भर सेक्स का धंधा चलता है।

-स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की ढील के कारण ही यह इलाका आपराधिक गतिविधियों का गढ़ बन गया है।

-एसओ रकाबगंज, वहीद अहमद का कहना है कि युवकों की शिनाख्त नहीं हुई है, लेकिन मृतक जूता कारीगर लगता है।

-पुलिस का दावा है कि कुछ सुबूत मिले हैं, जिनके आधार पर जांच कर रही है और जल्दी ही हत्या का खुलासा हो जाएगा।

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