UP News: उत्तर प्रदेश में साइको किलर की तलाश जारी, लखनऊ में ट्रेस हुई आखिरी लोकेशन
UP News: उत्तर प्रदेश पुलिस ने साइको किलर की तलाशी तेज कर दी है। लेकिन अभी तक सफलता हांथ नही लगी। जल्द से जल्द पकड़ने के लिए पुलिस ने 25 हजार के इनाम घोषित की है।
UP News: अभी तक आप ने तमाम फिल्मों और वेबसीरीज में साइको किलर देखें होंगे। ऐसा ही केस इस समय लखनऊ से सटे जिला बाराबंकी में देखा गया। अभी तक काइको किलर ने तीन लोगों को अपना निशाना बना लिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने साइको किलर की तलाशी तेज कर दी है। लेकिन अभी तक सफलता हांथ नही लगी। जल्द से जल्द पकड़ने के लिए पुलिस ने 25 हजार के इनाम घोषिणा की है। साइको किलर की आखिरी लोकेशन लखनऊ में ट्रेस की गयी है। इसको पकड़ने के लिए बाराबंकी पुलिस द्वारा 8 टीमें गठित की गयी है। जो लगातार छापेमाकी कर रही है।
पुलिस ने घोषित किया 25 हजार का इनाम
साइको किलर को जल्द से जल्द पकड़ कर सलाखों के पीछे डालने के लिए पुलिस ने 25 हजार के इनाम की घोषणा की है। जिससे उसे अन्य अपराध करने से रोका जा सके। इसके लिए बारबंकी पुलिस ने 8 टीमें गठित की हैं। हांलाकि अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
रैन बसेरों में छुपे होने का अंदेशा
तेज ठंड से बचने के लिए साइको किलर रैनबसेरों में छुपा हो सकता है। जिसके चलते पुलिस रैनबसेरों में भी तलाशी कर रही है। एसएसपी ने बताया कि किलर साइको है या नहीं इसके तथ्य नहीं मिले हैं। अफियुक्त को जल्द ही पकड़ा जाएगा। पुलिस टीमें धरपकड़ के लिए निकल चुकी हैं।
क्या होता है साइको किलर
प्राप्त जानकारी के मुतीबिक 1966 में ब्रिटिश लेखक जॉन ब्रोडी ने सबसे पहले सीरियल किलर शब्द का प्रयोग किया था। इन्होने इसके अंतर्गत अलग-अलग घटनाओं में दो या दो से अधिक मर्डर की घटनाओं के क्रम को सीरियल किलिंग के रूप में डिफाइन किया। उन्होने बताया कि यह एक मानसिक विकृति से पीड़ित व्यक्ति द्वारा की जीती है। जिसे वह स्वयं संतुष्टि के लिए करता है। ऐसी घटनाओं के पीछे कुछ खास वजह होती है। इसलिए वह एक के बाद एक कई लोगों की हत्याएं करता है।
आखिर क्यों बनते हैं साइको किलर
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मनोचिकित्सा विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष और खुशहाली हैप्पीनेस फाउंडेशन के प्रमुख डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि साइको किलर एक अलग तरह के इंसान होते हैं। जो सामान्य रूप से समाज से अलग होते हैं। इनको लोगों से मिलना जुलना अच्छा नहीं लगता। इनके अंदर अजीब तरह की सनक होती है। वे अपनी मन की संतिष्टि के लिए हत्याएं व अन्य अपराध को अंजाम देते हैं।