वाराणसी: डॉक्टरों के साथ आए दिन होने वाली मारपीट की घटनाओं को देखते हुए बीएचयू प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए अब सरसुंदर लाल अस्पताल में बाउंसरों की तैनाती कर दी गई है। सुरक्षा की दृष्टि से सर सुंदरलाल चिकित्सालय में करीब 1 दर्जन से अधिक प्राइवेट बाउंसर को लगाने का आदेश दिया गया है। एसएस हॉस्पिटल के अलावा ट्रामा सेंटर में भी बाउंसर तैनात किए जाएंगे।
डॉक्टरों पर हो चुके हैं हमले
सरसुंदर लाल अस्पताल में कई बार रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं। सोमवार को भी इलाज के दौरान जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों और मरीज के परिजनों में मारपीट हुई थी। मारपीट का वीडियो भी वायरल हो रहा है। डॉक्टरों पर होने वाले हमले और हंगामे की घटनाओं को रोकने के लिए अस्पताल प्रशासन ने बड़ी पहल की है। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के साथ अब अस्पताल में बाउंसरों की भी तैनी की जा रही है। प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी की जरिए बाउंसरों को लगाया गया है। अस्पताल में तैनात होने वाले बाउंसर विभिन्न डॉक्टरों के चैंबर्स के बाहर और काउंटर पहरा देंगे। मरीजों के परिजन अगर थोड़ी सी भी आनाकानी करेंगे तो बाउंसर उन्हें रोकेंगे।
अस्पताल में जारी है जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल
दूसरी ओर अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। पिछले चार दिनों से जूनियर डॉक्टरों ने सुरक्षा सहित के नाम पर मोर्चा खोला हुआ हुआ। हड़ताल के चलते ओपीडी, इमरजेंसी और ऑपरेशन सेवाएं प्रभावित हैं। ऑपरेशन के नाम पर सिर्फ इमरजेंसी केस को ही लिया जा रहा है। अन्यथा सभी की तारीख आगे बढा दी गई है। इसी तरह ओपीडी में भी मरीजों की संख्या लगभग आधी हो गई है। इसका प्रभाव सिर्फ बनारस ही नहीं बल्कि पड़ोसी जनपद चंदौली, गाजीपुर और बिहार तक देखने को मिल रहा है। सरसुंदर लाल अस्पताल आने वाले मरीजों को निराशा मिल रही है। लिहाजा लोग अब प्राइवेट अस्पतालों का रुख कर रहे हैं।