Whatsapp पर होगी बोर्ड परीक्षा की निगरानी, DM ने बनाया एक्शन प्लान
यूपी बोर्ड परीक्षाओं की निगरानी के लिए जिला प्रशासन अब व्हाट्सएप का इस्तेमाल करने जा रहा है। इसके लिए बकायदा राजधानी के सभी बोर्ड परीक्षा केंद्रो के व्यवस्थापकों का एक ग्रुप बनाकर व्हाट्एप पर प्रयोग किया जा रहा है। जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि तकनीक का प्रयोग करके बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन बनाने की हरसंभव कोशिश की जाएगी।
लखनऊ: यूपी बोर्ड परीक्षाओं की निगरानी के लिए जिला प्रशासन अब वॉट्सऐप का इस्तेमाल करने जा रहा है। इसके लिए बकायदा राजधानी के सभी बोर्ड परीक्षा केंद्रो के व्यवस्थापकों का एक ग्रुप बनाकर वॉट्सऐप पर प्रयोग किया जा रहा है।
जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि तकनीक का प्रयोग करके बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन बनाने की हर संभव कोशिश की जाएगी।
डीएम और डीआईओएस हैं एडमिन
डीआईओएस डॉ मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के लिए राजधानी में बोर्ड परीक्षा के लिए 132 केंद्र बनाए गए हैं। इनके सभी केंद्र व्यवस्थापकों की सोमवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक करके बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों पर चर्चा हुई। केंद्र व्यवस्थापकों को इस वॉट्सऐप ग्रुप को बोर्ड परीक्षा के लिए इस्तेमाल करने के लिए कहा गया। केंद्र व्यवस्थापक अपनी समस्याओं को इस ग्रुप पर डालेंगे और अधिकारी उसका निस्तारण करेंगे। इस ग्रुप के एडमिन डीएम और डीआईओएस स्वयं रहेंगे।
17 बिंदुओं पर मांगी गई थी जानकारी
डीआईओएस डॉ मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि डीएम कौशलराज शर्मा की अध्यक्षता में बोर्ड परीक्षा के पूर्व तैयारियों पर एक बैठक हुई। इसमें 17 बिंदुओं पर एक निश्चित फार्मेट में केंद्र व्यवस्थापकों द्वारा जानकारी उपलब्ध करवाई गई। इनमें विद्यालय का कोड, नाम, प्रकार, केंद्र व्यवस्थापक का नाम, व्यवथापक का मोबाइल नंबर और वॉट्सऐप नंबर, ई मेल, बोर्ड परीक्षा प्रभारी का नाम, आवंटित छात्र संख्या, विद्यालय में कमरों की संख्या, परीक्षा के लिए उपलब्ध कमरों की वास्तिविक स्थिति, सीसीटीवी की संख्या, बाउंड्री वॉल की डिटेल, शौचालय की संख्या, पेयजल, अध्यापकों की संख्या, फर्नीचर, कर्मचारियों की संख्या, परिचय पत्र की डिटेल, विद्यालय पहुंचने का मार्ग विवरण और शिक्षा भवन से रूट चार्ट उपलब्ध कराया गया। अभी तीन से चार विद्यालयों द्वारा रूट चार्ट नहीं दिया गया है। जिसे 15 जनवरी से पहले उन्होंने जमा करने की बात कही है।
इसके अलावा जिन स्कूलों में सीसीटीवी नहीं लगाए गए हैं, वह भी 15 जनवरी तक कैमरे इंस्टॉल करवाकर अपनी रिपोर्ट देंगे। 15 जनवरी के बाद एक अन्य बैठक होगी, जिसमें सभी केंद्रों के व्यवस्थापक अपनी रिपोर्ट देंगे।