भारत 3 लाख युवाओं को ट्रेनिंग के लिए भेजेगा जापान, मिलेंगे रोजगार के मौके
कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार (12 अक्टूबर) को कहा है कि सरकार के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत देश से 3 लाख युवाओं को 3 से 5 साल तक के लिए जापान भेजा जाएगा। इंडियन टेक्निकल इंटर्नस की इस स्किल ट्रेनिंग पर आने वाले खर्चों को जापान वहन करेगा।
नई दिल्ली: कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार (12 अक्टूबर) को कहा है कि सरकार के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत देश से 3 लाख युवाओं को 3 से 5 साल तक के लिए जापान भेजा जाएगा। इंडियन टेक्निकल इंटर्नस की इस स्किल ट्रेनिंग पर आने वाले खर्चों को जापान वहन करेगा।
केंद्रीय मंत्री कौशल प्रधान ने बताया कि भारत और जापान के बीच टेक्निकल इंटर्न ट्रेनिंग प्रोग्राम (TITP) के लिए मेमोरैंडम ऑफ कोऑपरेशन (MoC) पर दस्तखत को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा है कि आने वाले जापान दौरे के समय इस एमओसी पर दस्तखत होंगे। प्रधान की टोक्यो यात्रा 16 अक्टूबर से शुरू होगी।
कौशल प्रधान ने ट्विट किया कि 'TITP' तीन लाख भारतीयों को नौकरी के प्रशिक्षण के लिए 3 से 5 साल के लिए जापान में भेजने का एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इसमें जापान के वित्तीय सहयोग से ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा।
उन्होंने ट्विट में ये भी कहा कि एमओसी कौशल विकास के क्षेत्र में भारत-जापान द्विपक्षीय सहयोग के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा और भारत की राष्ट्रीय उत्पादकता में सुधार करेगा।
मिलेंगे जॉब के मौके
मंत्री ने बताया कि वहां जाने वाले हर युवा को 3 से 5 साल के लिए भेजा जाएगा। ये युवा जापानी माहौल में काम करेंगे और वहां रहने की सुविधा के साथ उन्हें रोजगार के मौके भी मिलेंगे। जापानी जरूरतों के हिसाब से पारदर्शी तरीके से युवाओं का सेलेक्शन होगा। करीब 50 हजार लोगों को जापान में जॉब भी मिल सकती है।